नई दिल्ली1 घंटे पहले
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चैट-GPT में यूजर अब अपने चैट को आर्काइव कर सकते हैं। यानी यूजर अब चैट को डिलीट किए बिना उसे साइडबार से हटा सकेंगे। इस फीचर की मदद से यूजर अपने जरूरी चैट को प्रायोरिटाइज कर पाएंगे।
इसे बनाने वाली कंपनी ओपन AI ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X पर इसकी जानकारी दी है। नया फीचर फिलहाल चैट-GPT के वेब और iOS वर्जन पर ही अवेलेबल होगा। कंपनी ने बताया है कि जल्द ही यह एंड्रॉयड यूजर के लिए भी अवेलेबल होगा।

साइडबार में जाकर आर्काइव करने वाले चैट के सामने तीन डॉट्स पर क्लिक करें। वहां आपको शेयर. रिनेम, डिलीट और आर्काइव करने का ऑप्शन मिलता है।
चैट-GPT क्या है?
चैटजीपीटी यानी चैट जनरेटिव प्री ट्रेन्ड ट्रांसफॉर्मर। यह ओपन-AI का एक आर्टिफिशियली इंटेलिजेंट चैटबॉट है। चैटजीपीटी के पास हर उस सवाल का जवाब है जो इंटरनेट पर मौजूद है, लेकिन यह उसी सवाल का जवाब दे सकता है जो पहले इंटरनेट पर पूछा गया हो। यह एक सॉफ्टवेयर है, जो इंटरनेट पर मौजूद जानकारी को पढ़कर जवाब देता है।

ChatGPT पर आप किस तरह के सवाल पूछ सकते हैं?
इससे आप कोई भी सवाल पूछ सकते हैं। यानी ईमेल लिखने से लेकर CV तक आप इससे बनवा सकते हैं। रील या अपनी वीडियो कैसे वायरल करना है, इसका भी जवाब ChatGPT देता है। वाइफ को क्या गिफ्ट दें, इस पर भी ChatGPT आपको सुझाव देता है।
ChatGPT लंबे जवाब की बजाय छोटे और सटीक शब्दों में पूरी जानकारी देता है। किसी स्टूडेंट को डेमोक्रेसी पर एसे यानी निबंध लिखना है तो वह तुरंत ChatGPT पर टाइप करेगा Write an essay on democracy। इसके बाद आपके सामने पूरा एसे लिखा हुआ आ जाएगा। जैसे…

ChatGpt की सीमाएं क्या हैं?
ChatGpt भले ही सभी तरह के सवालों का जवाब आसानी से देता हो, लेकिन इसकी कुछ सीमाएं भी हैं। ऐसे ही 4 सीमाओं के बारे में यहां जानते हैं…
- सवालों के जवाब देने में कॉमन सेंस की कमी।
- सवाल के जवाब देते समय रेफरेंस नहीं बताता है।
- इमोशनल सिचुएशन को एनालिसिस करने में सफल नहीं है।
- इसके लिए किसी चीज के कॉन्टेक्स्ट को समझना मुश्किल होता है।
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