रीवा जिले के देवतालाब सीट का चुनाव बड़ा ही रोचक बन चुका. यहां मुकाबला चाचा-भतीजे के बीच है. चाचा कमल सिब्बल से चुनावी मैदान में है तो भतीजे हाथ के साथ हैं. दरअसल, विधानसभा अध्यक्ष गिरीश गौतम पिछले दो चुनाव से भाजपा की टिकट पर जीत रहे हैं. अब तीसरी बार भी पार्टी ने उन पर विश्वास जताया है. जबकि कांग्रेस ने इस बार बिद्ध्यावती पटेल सहित आधा दर्जन दावेदारों को दरकिनार करते हुए पद्मेश गौतम को अपना प्रत्याशी बनाया है.
पद्मेश गौतम गिरीश गौतम के बड़े के बेटे और उनके भतीजे हैं. इसके पहले भी जिला पंचायत चुनाव में चाचा-भतीजा आमने सामने थे. इस चुनाव में गिरीश गौतम के बेटे राहुल गौतम मैदान में थे और दूसरी तरफ पद्मेश गौतम. हालांकि यहां भतीजा पद्मेश चाचा और भाई पर भारी पड़े और जीत दर्ज की थी. ऐसे में कांग्रेस ने चाचा की घेराबंदी करने भतीजे को टिकट देकर मुकाबला रोचक बना दिया है. इस मामले में चाचा गिरीश गौतम की मानें तो जिस प्रकार महामारत काल में धर्म युद्ध हुआ था, उसी तरह अब राजनीतिक युद्ध हो रहा. लोग दल बदल कर राजनीतिक युद्ध में आ रहे है.
देवतालाब में कांग्रेस की तरफ से आधा दर्जन दावेदार टिकट की दौड़ में थे. पूर्व विधायक विद्यावती पटेल, जयबीर सिंह, पद्मेश गौतम सहित कई दावेदार थे. मगर 2018 के चुनाव ने कांग्रेस की विद्यावती पटेल तीसरे नंबर पर थीं जबकि बीएसपी के जयबीर सिंह महज 7 हजार मतों से बीजेपी के गिरीश गौतम से हरे थे. जयबीर सिंह बीएसपी छोड़ कांग्रेस में शामिल हुए थे, मगर टिकट नहीं मिली. कांग्रेस ने गिरीश गौतम के भतीजे पर विश्वास जताया और मैदान में उतारा है.
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FIRST PUBLISHED : October 21, 2023, 12:33 IST