शादाब चौधरी / मंदसौर: शहर के रहने वाले हनी अग्रवाल ने M.A. तक तालीम हासिल की है. परिवार का खुद का मंडी का कारोबार है, लेकिन हनी में कुछ अलग ही करने का जुनून था. उन्होंने अपने करियर की शुरुआत एक लॉजिस्टिक कंपनी में नौकरी से की थी. यहां फर्नीचर चीन से आयात होकर आता था. यह देख उनको ख्याल आया कि जो फर्नीचर हमारे देश मे बन सकता है, वो विदेश से क्यों आ रहा है. उसी वक्त उन्होंने ठान लिया और मेक इन इंडिया के दृढ़ निश्चय के साथ खुद की फर्नीचर इकाई शुरू की.
हनी ने काम तो शुरू कर दिया, लेकिन बिजनेस को बढ़ाने के लिए लगने वाली पूंजी पर जाकर गाड़ी अटक गई. ऐसे में उनके सपनों को बिखरने नहीं देने के लिए शिवराज सरकार आगे आई. हनी ने राज्य सरकार की एमएसएमई योजना के तहत आवेदन किया तो उन्हें 45 लाख रुपए का लोन स्वीकृत हो गया. शिवराज सरकार से सही वक्त पर मिली मदद से हनी का बिजनेस चल निकला और आज उनका ब्रांड मार्केट में स्थापित हो चुका है.
सफल व्यवसाई बन 17 लोगों को दिया रोज़गार
हनी ने न केवल मेक इन इंडिया के सपने को साकार किया, बल्कि उन्होंने 17 लोगों को रोजगार देकर उनकी जिंदगी में भी खुशियां लाई हैं. शिवराज सरकार की मदद से इस मुकाम को हासिल करने वाले हनी अग्रवाल का सपना अब अपने मध्यप्रदेश के इस ब्रांड को राष्ट्रीय स्तर पर चमकाना है और अब हनी मध्यप्रदेश सरकार को धन्यवाद देते नहीं थक रहे हैं.
.
FIRST PUBLISHED : September 24, 2023, 09:09 IST