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शनिवार को ही जापान का चंद्रयान स्मार्ट लैंडर फॉर इन्वेस्टिगेटिंग मून चांद की सतह पर उतरा था। सतह पर चंद्रयान की लैंडिंग सफलतापूर्वक हुई है। जापान इस उपलब्धि को हासिल करने वाला दुनिया का पांचवा देश बन गया है। इससे पहले रूस, अमेरिका, चीन और भारत ये उपलब्धि हासिल कर चुके है।
जापान चंद्रमा की सतह पर पहुंचने वाला दुनिया का पांचवा सफल देश बन चुका है। इस उपलब्धि पर प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने जापान के अपने समकक्ष फुमियो किशिदा और जापानी अंतरिक्ष एजेंसी को शनिवार को बधाई दी है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सोशल मीडिया पर लिखा प्रधानमंत्री किशिदा और जेएएक्सए (जापान एयरोस्पेस एक्सप्लोरेशन एजेंसी) के हर सदस्य को चंद्रमा पर जापान की पहली ‘साफ्ट लैंडिंग’ की बधाई। भारत इसरो (भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन) और जेएएक्सए के बीच अंतरिक्ष के क्षेत्र में सहयोग का इच्छुक है।’’
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि जापान चांद पर पहुंचने वाला दुनिया का पांचवां देश बन गया है। स्थानीय समयानुसार शनिवार तड़के जापानी अंतरिक्ष यान चंद्रमा की सतह पर उतरा। जापानी अधिकारियों ने बताया कि यह अब भी निर्धारित करने की कोशिश की जा रही है कि अंतरिक्ष यान ने सटीक ‘लैंडिंग’ की या नहीं। उन्होंने बताया कि मानव रहित अंतरिक्ष यान की ‘लैंडिंग’ के बारे में स्पष्ट विश्लेषण में कुछ और समय लग सकता है। भारत पिछले साल चांद पर सफल ‘सॉफ्ट लैंडिंग’ करने चाला दुनिया का चौथा देश बन गया था।
बता दें कि शनिवार को ही जापान का चंद्रयान स्मार्ट लैंडर फॉर इन्वेस्टिगेटिंग मून चांद की सतह पर उतरा था। सतह पर चंद्रयान की लैंडिंग सफलतापूर्वक हुई है। जापान इस उपलब्धि को हासिल करने वाला दुनिया का पांचवा देश बन गया है। इससे पहले रूस, अमेरिका, चीन और भारत ये उपलब्धि हासिल कर चुके है। जापान के इस चंद्रयान का मकसद है कि चांद के शिओली क्रेटर की जांच की जाए। शिओली क्रेटर चांद के सी ऑफ नेक्टर हिस्से में बना हुआ है। चंद्रयान इसकी जांच करेगा कि चांद का निर्माण कैसे हुआ था। बता दें कि जापान का ये यान चांद के लिए चार महीने पहले यानी 7 सितंबर को रवाना किया गया था, जो अब वहां पहुंचा है।
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