चंबल की महिलाओं को डकैतों से नहीं बल्कि रेल यात्रा से लगता है  डर, जानें वजह

अरविंद शर्मा/भिंड : कभी चंबल के इलाके का नाम लेते ही लोग कांप जाते थे. यहां के पुरुषों और महिलाओं ने डकैतों का डटकर मुकाबला किया था, लेकिन आज एक रेल यात्रा करने से डर रही है. इस डर की वजह से कई बार लोगो ने रेलवे विभाग को पत्र लिखे लेकिन आज तक सुनवाई नही की गई.खबर में जानते क्या है डर की वजह.

भिण्ड जिले के फूप रेलवे स्टेशन तो बना दिया गया, लेकिन इस स्टेशन पर ठहरने और रात के समय उजाले के लिए कोई व्यवस्था नहीं है. स्थानीय लोग  ने कहा कि स्टेशन का शुभारंभ सांसद भागी रथ प्रसाद ने किया था. उस वक्त तो स्टेशन पर व्यवस्थाएं ठीक ठाक थी, लेकिन बाद में सुरक्षा के अभाव में धीरे धीरे चोर यहां से तार काटकर और डीपी उठा ले गए. अब यह स्टेशन शाम के बाद अंधेरे में रहता है. असामाजिक लोगों को अवैध गतिविधियोंं में लिप्त देखा जा सकता है. यही कारण है कि यहां रात को ट्रेन का इंतजार करना खतरे से खाली नहीं है. महिलाएं तो यहां आने से ही डरती हैं.

नही मिलते टिकिट

फूप रेलवे स्टेशन से ग्वालियर इटावा के लिए हर रोज सैकड़ो यात्री यात्रा करने के लिए पहुंचते हैं. दिक्कत यह है कि स्टेशन पर न तो कोई टिकट काउंटर है और न ही यहां जीआरपी जवान आपको देखने को मिलेंगे. एजेंट के जरिए यहां टिकट दिए जाते हैं. इस रूट पर तीन ट्रेनें संचालित होती है हालांकि, अभी दो ट्रेनें ही रुक रही हैं. जिनमें से एक मेमू ट्रेन हाल में शुरू की गई जो रात को 8 बजे रुकती है. जब इस मामले में भिंड स्टेशन मास्टर से पूछा गया तो जवाब मिला कि जल्द ही फूप स्टेशन पर सुविधाएं विकसित की जाएंगी.

क्या कहते अधिकारी

जिले के फूफ रेल्वे स्टेशन पर अव्यवस्था के बारे में जब स्टेशन मास्टर एमके दुबे से पूछा गया तो उन्होंने बताया कि यात्रियों की सुविधाओं की मांग को लेकर हमने अपने वरिष्ठ अधिकारियों को पत्र लिखा है, जिसका जल्द ही निराकरण हो जाएगा.

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FIRST PUBLISHED : October 30, 2023, 20:40 IST

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