:
झारखंड के मुख्यमंत्री चंपई सोरेन ने गुरुवार को विभिन्न पदों में नव चयनित 2454 उम्मीदवारों के बीच राजधानी रांची में ज्वाइनिंग लेटर बांटे. बता दें कि जिन भी उम्मीदवारों को ज्वाइनिंग लेटर दिया गया, उसमें पीजीटी शिक्षक व जूनियर इंजीनियर के उम्मीदवार सबसे ज्यादा है. इस मौके पर सीएम चंपई सोरेन के अलावा कृषि मंत्री बादल पत्रलेख, श्रम मंत्री सत्यानंद भोक्ता समेत कई दिग्गज मंत्री मौजूद थे. वहीं, शिक्षा सचिव उमाशंकर सिंह ने कार्यक्रम को संबोधित करते हुए सभी उम्मीदवारों को बधाई दी. इस वितरण समारोह में सीएम ने 1250 उच्चतर माध्यमिक विद्यालयों के स्नातकोत्तर प्रशिक्षित शिक्षक, 1500 कनीय अभियंता, 15 पाइपलाइन निरीक्षक, 34 खान निरीक्षक, 55 स्ट्रीट लाइट निरीक्षकों के बीच नियुक्ति पत्र बांटे.
चंपई सोरेन ने 2454 उम्मीदवारों के बीच बांटे नियुक्ति पत्र
जिसके बाद सीएम चंपई सोरेन ने मंच से भाजपा पर जमकर निशाना साधा. इसके साथ ही सीएम ने एक बार फिर से यह कहा कि हेमंत सोरेन को भाजपा ने साजिश रच कर फंसाया है. इसके लिए केंद्र सरकार व भाजपा जिम्मेदार है. इसके साथ ही उन्होंने कहा कि हेमंत सोरेन की कल्याणकारी योजनाओं से भाजपा परेशान थी. साल 2019 में झारखंड में महागठबंधन की सरकार बनी, जिसके तुरंत बाद कोरोना महामारी आ गई, लेकिन इसके बाद भी हेमंत सोरेन की सरकार ने किसी को भूखा नहीं मरने दिया. अचानक लॉकडाउन लग गया, लोग जहां थे, वहीं फंस गए. ऐसे में हेमंत सोरेन की सरकार ने ट्रेन व फ्लाइट से झारखंड के लोगों को उनके घर तक लाने की व्यवस्था की और गरीबों को मुफ्त में अनाज उपलब्ध कराया.
केंद्र सरकार पर चंपई सोरेन ने साधा निशाना
वहीं, आगे चंपई सोरेन ने कहा कि हेमंत सोरेन ने किसानों के लिए भी बहुत कुछ किया. किसानों की कर्जमाफी की, छात्र-छात्राओं के लिए स्कॉलरशिप प्रोगाम चलाया. जिसकी वजह से गरीब व पिछड़े वर्ग के बच्चे भी उच्च शिक्षा प्राप्त कर सके. इसके लिए गुरुजी क्रेडिट कार्ड की शुरुआत की गई. गरीब घरों के बच्चे प्रतियोगी परीक्षा की तैयारी कर सके. इसके लिए फ्री कोचिंग योजना की शुरुआत की गई. बुधवार को ईडी के समन अवहेलना मामले में हेमंत सोरेन के खिलाफ सुनवाई हुई. वहीं, इस मामले में 3 अप्रैल को कोर्ट अपना फैसला सुनाएगी. उधर, सोरेन की पत्नी कल्पना सोरेन ने भी राजनीति में एंट्री कर ली है. लंबे समय से कल्पना सोरेन की राजनीति में एंट्री पर कयास लगाए जा रहे थे.