पूर्व सीएम 73 वर्षीय चंद्रबाबू नायडू 10 सितंबर से राजामहेंद्रवरम सेंट्रल जेल में रिमांड कैदी 7691 के रूप में बंद हैं. उन्हें कथित 371 करोड़ रुपये के कौशल विकास घोटाले में आरोपी के रूप में नामजद होने के बाद न्यायिक हिरासत में भेजा गया था.
चंद्रबाबू नायडू के बेटे लोकेश, पत्नी भुवनेश्वरी और बहू ब्रह्माणी, सभी ने एक्स पर अपनी पोस्टों में नायडू के स्वास्थ्य पर गंभीर चिंता व्यक्त की है.
There is an undeniable and immediate threat to CBN’s life. He is being deliberately harmed. His safety is unquestionably at risk.
CBN is facing a dire situation, dealing with mosquitoes, contaminated water, weight loss, infections, and allergies, all without access to timely…
— Lokesh Nara (@naralokesh) October 13, 2023
नारा भुवनेश्वरी ने कहा है कि उन्हें चिंता है कि अगर नायडू का वजन दो किलो और कम हो गया तो इससे किडनी संबंधी जटिलताएं हो सकती हैं. बेटे लोकेश ने कहा है कि उनके पिता को स्टेरॉयड दिया गया है जिसे वह नहीं लेना चाहते क्योंकि इससे उनका स्वास्थ्य खराब हो सकता है.
I am deeply concerned for my husband’s well-being, as the Govt of Andhra Pradesh has failed to provide him with the timely medical care he urgently needs while he remains in prison. He has already lost 5 kg weight, and any further weight loss could have severe consequences for…
— Nara Bhuvaneswari (@ManagingTrustee) October 13, 2023
बहू ब्राह्मणी ने कहा है कि गंदगी वाले जेल की स्थिति उनके स्वास्थ्य के लिए काफी खतरा पैदा कर रही है और वे उनके बारे में बहुत चिंतित हैं.
परिवार ने पहले नायडू के त्वचा की एलर्जी से पीड़ित होने और जेल में मच्छरों से डेंगू के खतरे के बारे में जानकारी दी थी.
वाईएसआरसीपी के बागी सांसद रघुराम कृष्णमराजू ने राज्यपाल अब्दुल नजीर को पत्र लिखकर आरोप लगाया है कि नायडू की जान को खतरा है.
टीडीपी प्रवक्ता पट्टाभि ने पूछा कि, एनएसजी सुरक्षा प्राप्त नायडू की चिकित्सा स्थिति पर निर्णय लेने के लिए एक स्वास्थ्य मूल्यांकन पैनल क्यों नहीं बनाया गया. उन्होंने कहा कि वे अपने नेता का किसी निजी अस्पताल या किसी सुविधापूर्ण सरकारी अस्पताल में इलाज कराएंगे.
इसके जवाब में जेल अधिकारियों ने आज एक स्वास्थ्य बुलेटिन जारी किया जिसमें बताया गया कि उनके स्वास्थ्य मानक सामान्य हैं. उन्होंने यह भी कहा कि त्वचा विशेषज्ञ उन्हें देखने और दवा लिखने के लिए गए थे.
वाईएसआरसीपी के प्रवक्ता सज्जला रामकृष्ण रेड्डी ने नायडू के स्वास्थ्य के बारे में उठाई जा रही चिंताओं को अत्यधिक अतिरंजित बताया. उन्होंने कहा कि, “अगर कोई गंभीर है और मृत्यु शैय्या पर है तो स्वास्थ्य बुलेटिन जारी किए जाते हैं, तब नहीं जब वे फिट और स्वस्थ हों.”
रेड्डी ने कहा कि सुरक्षा चिंताओं के कारण नायडू को एक अलग बैरक प्रदान किया गया है. उन्हें घर से भोजन और पानी मिलता है और यह उम्मीद करना कि उन्हें जेल के अंदर एयर कंडीशनर दिया जाएगा, बहुत अधिक है.