विनय अग्निहोत्री/भोपाल. हिंदू धर्म शास्त्रों के अनुसार नियमित रूप से पूजा-पाठ करने से घर में सुख शांति बनी रहती है साथ ही घर-परिवार में खुशहाली आती है. देवी-देवताओं की पूजा करते समय दीपक जलाना जरूरी माना गया है. इसके बिना कोई भी पूजा अधूरी समझी जाती है. शाम के समय मुख्य द्वार पर दीपक जलाने के अनेकों लाभ मिलते हैं.
लोकल 18 से बात करते हुए ज्योतिषाचार्य पंडित पुरुषोत्तम शर्मा ने बताया , सभी मनोकामनाएं शुभ कार्य के में दीपक को इसलिए जलाया जाता है, ताकि हम जो भी कार्य कर रहे हैं उसके शाक्षी स्वयं अग्नि देवता हो. इससे घर में सकारात्मक ऊर्जा का प्रभाव बना रहता हैजब भी आप घर में दीपक जलाएं इस बात का ध्यान रखें कि दीपक खंडित नहीं होना चाहिए. ऐसा माना जाता है कि खंडित यानि कि टूटे हुए दीपक का इस्तेमाल घर में नकारात्मकता का संकेत देता है.
पॉजिटिव एनर्जी के लिए इस दिशा में रखें दीपक
पंडित जी ने बताया कि, ज्योतिष के अनुसार दीपक जलाने से पहले उसकी दिशा का ख्याल जरूर रखना चाहिए. कभी भी पूजा के समय दीपक को किसी भी दिशा में नहीं रख देना चाहिए. गलत दिशा में रखा गया दीपक आपको नुकसान पहुंचा सकता है. दीपक को गलत तरीके से रखने से धन हानि के साथ घर में कई स्वास्थ्य समस्याएं भी होती हैं. मंदिर के पास दीपक जलाने के लिए हमें हमेशा पश्चिम दिशा का ध्यान रखना चाहिए. इस दिशा में दीपक रखना पॉजिटिव एनर्जी को आकर्षित कर सकता है.
मंदिर में दीपक जलाने के नियम
घर के मंदिर में भगवान के सामने आप दो तरह के दीपक जला सकती हैं. यदि आप भगवान के दाहिने हाथ की तरफ हैं तो घी का दीपक जलाएं और भगवान के बाएं हाथ की तरफ हैं तो तेल का दीपक जलाना शुभ है. लेकिन शास्त्रों की मानें तो घर के मंदिर में घी के दीये जलाना सबसे ज्यादा शुभ माना जाता है.
दीपक जलाने का महत्व
देवी -देवताओं की पूजा से लेकर हवन, पाठ या किसी भी मांगलिक कार्यक्रम में दीपक जलाना शुभ माना जाता है. दीपक जलाने से न केवल जीवन का अंधकार दूर होता है, बल्कि घर में मौजूद निगेटिव एनर्जी भी दूर होती है. शास्त्रों के अनुसार, दीपक जलाने से जीवन की परेशानियां खत्म हो जाती हैं। साथ ही वास्तु शास्त्र में भी यह माना गया है कि दीपक जलाने से वास्तु दोष दूर हो जाते हैं.
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FIRST PUBLISHED : November 15, 2023, 10:56 IST