घर बैठे 3 मिनट में जानें अपनी मेंटल हेल्‍थ, बस इन 9 सवालों का दे जवाब, एम्‍स-MHFI ने बनाया है एप

हाइलाइट्स

हेप्‍पी फिट इंडिया एप से आप घर बैठे मेंटल हेल्‍थ की जांच कर सकते हैं.
इस एप को गूगल प्‍ले स्‍टोर से भी डाउनलोड किया जा सकता है.

Mental Health: मेंटल हेल्‍थ एक बड़ा इश्‍यू बनती जा रही है. खासतौर पर कोरोना के बाद से लोग मानसिक रूप से कई ऐसी समस्‍याओं से जूझ रहे हैं, जिनका पता खुद मरीज को भी नहीं है. तनाव से लेकर डिप्रेशन और एंग्‍जाइटी की चपेट में युवाओं से लेकर बुजुर्ग सभी शामिल हैं लेकिन मेंटल हेल्‍थ की जांच कराने के लिए अस्‍पताल जाने से सभी कतराते हैं. हालांकि ऑल इंडिया इंस्‍टीट्यूट ऑफ मेडिकल साइंसेज दिल्‍ली और मेंटल हेल्‍थ फाउंडेशन इंडिया ने मिलकर लोगों की यह मुश्किल आसान कर दी है.

एम्‍स दिल्‍ली के डिपार्टमेंट ऑफ साइकेट्री और एमएचएफआई ने मिलकर एक एप्लिकेशन बनाया है. इस एप को किसी भी एंड्रॉइड या विंडो फोन पर डाउनलोड किया जा सकता है. इस एप के माध्‍यम से घर में बैठकर ही सिर्फ 3 मिनट में आप अपनी मेंटल हेल्‍थ का पता लगा सकते हैं.

इस बारे में एम्‍स के साइकेट्री विभाग के प्रोफेसर डॉ. नंद कुमार बताते हैं कि हेप्‍पी फिट इंडिया नाम के इस एप को डाउनलोड करने के बाद आपको सिर्फ अपना फोन नंबर रजिस्‍टर करना है. उसके बाद आप एप पर अपनी मेंटल हेल्‍थ का सेल्‍फ असेसमेंट कर सकते हैं. इस दौरान आपसे सिर्फ 9 सवाल पूछे जाएंगे. जिनका जवाब देने के बाद आपकी मेंटल हेल्‍थ का पूरा बुलेटिन आपके सामने खुल जाएगा. इतना ही नहीं अगर आप गंभीर स्‍ट्रेस या अवसाद की तरफ जा रहे हैं तो यह एप आपको इनसे बाहर निकलने के उपाय भी बताएगा.

ये हैं वे 9 सवाल जो बताएंगे आपकी मेंटल हेल्‍थ

1. कोई भी काम करने में कम रुचि या कम खुशी महसूस करना?
2. निराश, डिप्रेस्‍ड या बुरा महसूस करना?
3. सोने में परेशानी होना या नींद न आना या फिर बहुत ज्‍यादा सोना?
4. थका हुआ या बेहद कम एनर्जी है ऐसा महसूस करना
5. भूख कम लगना या ज़्यादा खाना?
6. अपने बारे में बुरा महसूस करना – या कि आप असफल हैं या 7. आपने खुद को या अपने परिवार को निराश किया है?
7. किसी भी चीज पर ध्‍यान केंद्रित न कर पाना जैसे अखबार पढ़ने या टीवी देखने में?
8. इतना धीरे चलना या बोलना कि दूसरे लोग देख सकें? या इसके विपरीत – इतना बेचैन या बेचैन होना कि आप सामान्य से बहुत अधिक घूम रहे हैं?
9. क्या आपको लगता है कि मर जाना बेहतर होगा, या किसी तरह से खुद को चोट पहुँचाना बेहतर होगा?

बता दें कि इन सभी सवालों के लिए चार विकल्‍प दिए गए हैं, जो इस प्रकार हैं..
1. नहीं बिल्‍कुल नहीं
2. कभी-कभी
3. आधे से ज्‍यादा दिनों में ऐसा ही रहता है.
4. लगभग सभी दिनों में ऐसा ही रहता है.

800 से ज्‍यादा लोगों ने किया असेसमेंट
प्रो. नंद कुमार कहते हैं कि फिलहाल इस सेल्‍फ असेसमेंटी की प्रक्रिया को अंग्रेजी में शुरू किया गया है, जल्‍द ही यह सुविधा अन्‍य भाषाओं में भी दी जाएगी. एक हफ्ते के अंदर ही अभी तक 800 से ज्‍यादा लोग इस पर अपनी मेंटल हेल्‍थ की जांच कर चुके हैं. यह बेहद आसान प्रक्रिया है. इसे घर पर बैठकर किया जा सकता है. इस एप में मेडिकल हेल्‍प का भी ऑप्‍शन दिया गया है. अगर मरीज को ज्‍यादा परेशानी है तो वह टेलीकम्‍यूनिकेशन के माध्‍यम से एक्‍सपर्ट की राय जान सकता है.

Tags: Health, Lifestyle, Trending news

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