रामकुमार नायक/महासमुंद : छत्तीसगढ़ पुलिस में 8 नए थर्ड जेंडर आरक्षकों की तैनाती हुई है. ट्रेनिंग पूरी होने के बाद सभी नए थर्ड जेंडरों को तैनात किया गया है. इसके अलावा 27 महिला आरक्षकों की भी तैनाती की गई है. छत्तीसगढ़ पुलिस में महिला आरक्षकों और थर्ड जेंडर आरक्षकों की तैनाती के बाद रायपुर में सुरक्षा व्यवस्था को संभालने में मदद मिलेगी. अब बस्तर में भी नक्सल मोर्चे पर थर्ड जेंडर आरक्षकों की तैनाती हो रही है. इस तरह छत्तीसगढ़ के पुलिस फोर्स में बदलाव हो रहा है.
यहां मिली तैनाती
जिन थर्ड जेंडर को नई पोस्टिंग मिली है. उनमें थर्ड जेंडर आरक्षक शंकर यादव को रक्षित आरक्षी केंद्र रायपुर से थाना टिकरापारा तबादला किया गया है. थर्ड जेंडर आरक्षक तनुश्री को रक्षित आरक्षी केंद्र रायपुर से थाना आजाद चौक ट्रांसफर किया है. थर्ड जेंडर आरक्षक राकेश शोरी को रक्षित आरक्षी केंद्र रायपुर से थाना गुढ़ियारी भेजा गया है.
थर्ड जेंडर आरक्षक कन्हैया टांडी को रक्षित आरक्षी केंद्र रायपुर से थाना गोल बाजार में तैनाती का आदेश दिया गया है. थर्ड जेंडर आरक्षक योगेश जंघेल को रक्षित आरक्षी केंद्र रायपुर से थाना उरला ट्रांसफर किया गया है. थर्ड जेंडर दीपक यादव को रक्षित आरक्षी केंद्र रायपुर से थाना खमारडीह भेजा गया है.
ट्रांसजेंडरों को देखने का बदल रहा समाज का नजरिया
ट्रांसजेंडर आरक्षक श्री साहू कहती हैं कि उनके आरक्षक बनने तक का सफर काफी संघर्ष भरा रहा. वे 8 साल पहले अपने घर को छोड़ दीं थी और अकेली रहती थीं. उन्होंने 12वीं तक पढ़ाई की है. आरक्षक बनने से पहले रायपुर नगर निगम में समूह की महिलाओं को लोन के बारे में जानकारी देती थीं और उन्हें लोन लेने में सहयोग करतीं थीं. आगे कहा कि समाज के लोगों का ट्रांसजेंडरों को देखने का नजरिया और मानसिकता बदल रहा है. अभी श्री साहू रायपुर के आजाद चौक थाना में पदस्थ है.
‘नहीं मिल पाया घरवालों का भरपूर प्यार’
ट्रांसजेंडर आरक्षक निशु क्षत्रिय कहती हैं कि वह संपन्न परिवार से थी लेकिन 11 साल की उम्र में उन्हें घर छोड़ना पड़ा. गुरुओं के साथ रहीं. तभी से मन में रहा की शिक्षा ही सबसे बड़ा हथियार है. आज के समाज में जो इंसान शिक्षित है वह असंभव को भी संभव कर सकता है. इसी वजह से पढ़ाई पूरी की और आज इस मुकाम पर है.
.
Tags: Chhattisagrh news, Local18, Mahasamund News, Success Story
FIRST PUBLISHED : September 08, 2023, 20:17 IST