सोनिया मिश्रा/ गौचर. उत्तराखंड के चमोली जिले में इन दिनों गौचर मेले की धूम है. जहां शहरवासियों की सुबह शॉपिंग और एडवेंचर स्पोर्ट्स के साथ शुरू हो रही है, तो वहीं रातें रंगारंग सांस्कृतिक कार्यक्रमों के साथ खत्म हो रही हैं. इस बीच मेले में बच्चे हों या बुजुर्ग सबकी पहली पसंद राफ्टिंग बनी हुई है. गौचर भट्टनगर में अलकनंदा नदी की लहरें इन दिनों खूब उफान पर हैं क्योंकि लहरों को दूसरी ओर मोड़ने का काम कुछ युवक कर रहे हैं. दरअसल चमोली के पर्यटन विभाग द्वारा युवाओं को एडवेंचर स्पोर्ट्स से जोड़ने के लिए अलकनंदा नदी के किनारे भट्टनगर में निशुल्क राफ्टिंग करवाई जा रही है. युवा बढ़-चढ़कर राफ्टिंग का लुत्फ उठा रहे हैं.
स्थानीय निवासी मोहित मिश्रा ने कहा कि गौचर मेले में 2019 में पहली बार राफ्टिंग शुरू हुई थी. जिसके बाद कोरोना काल में मेला नहीं हुआ. पिछले साल से यहां फिर से राफ्टिंग शुरू हुई.राफ्टिंग का हब वैसे तो ऋषिकेश को माना जाता है, लेकिन गौचर मेले में चमोली और रुद्रप्रयाग के लोग यहां मुफ्त राफ्टिंग का भरपूर आनंद ले रहे हैं.
युवाओं को रोजगार से जोड़ना मकसद
राफ्टिंग गाइड विवेक नेगी बताते हैं कि गौचर मेले में युवाओं को राफ्टिंग बेहद पसंद आ रही है. 15 तारीख से उन्होंने मेले में राफ्टिंग कराना शुरू किया था, जिसमें जिले के युवाओं समेत हर उम्र के लोगों ने राफ्टिंग का लुत्फ लिया. पर्यटन विभाग के कर्मचारी विपुल भट्ट बताते हैं कि गौचर मेले को भव्य रूप देने के लिए एडवेंचर स्पोर्ट्स को शामिल किया गया है, जिसमें से एक राफ्टिंग भी है. युवा इसका लुत्फ उठा रहे हैं. देहरादून के सेलाकुई से आए पर्यटक मिंगमर लामा ने कहा कि उन्होंने पहली बार गौचर में राफ्टिंग की है, जिससे वह काफी खुश हैं.
युवाओं के लिए रोजगार का बढ़िया ऑप्शन
विवेक ने कहा कि एडवेंचर के शौकीन लोगों के लिए राफ्टिंग गाइड बनकर अच्छा रोजगार प्राप्त करना काफी अच्छा ऑप्शन है. ऋषिकेश को राफ्टिंग हब माना जाता है, जहां देश-विदेश से पर्यटक राफ्टिंग करने पहुंचते हैं.वहां एक ग्रुप में लगभग 25 लोग शामिल होते हैं, जिससे उन्हें गाइड बनकर रोजगार मिल जाता है.
.
Tags: Chamoli News, Local18, Uttarakhand news
FIRST PUBLISHED : November 20, 2023, 23:20 IST