गोल्ड तस्करों के नेटवर्क को तोड़ने के लिए एक्‍शन में ED, 7 लोकेशन पर मारे छापे

नई दिल्‍ली. साल 2020 के नवंबर में दो अलग -अलग लोकेशन पर दो ऐसे ट्रक को खुफिया इनपुट्स और टेक्नीकल सर्विलांस के मार्फत  डीआरआई के द्वारा पकड़ा गया था .उन दोनों ट्रकों के अंदर से जांच एजेंसी को करीब दो सौ से ज्यादा गोल्ड बार को जब्त किया गया था. केन्द्रीय जांच एजेंसी प्रवर्तन निदेशालय यानी ईडी (ED)  के द्वारा एक बड़ी कार्रवाई को अंजाम देते हुए  इंडो – म्यांमार बॉर्डर इलाके से लेकर दिल्ली -पंजाब तक फैले गोल्ड तस्करों के जाल को तोड़ने के लिए  दिल्ली, पंजाब के सात लोकेशन पर सर्च ऑपरेशन को अंजाम दिया गया.

इस सर्च ऑपरेशन की प्रक्रिया को 12  दिसंबर को शुरूआत की गई और उसके बाद 14 दिसंबर को जांच एजेंसी के द्वारा सर्च ऑपरेशन के खत्म होने के बाद ये औपचारिक तौर पर लिखित तौर पर बयान जारी करके ये बताया गया की सर्च ऑपरेशन के  दौरान जांच एजेंसी के द्वारा काफी महत्वपूर्ण सबूतों को जब्त किया गया . जांच एजेंसी के वरिष्ठ अधिकारी बताते हैं की गोल्ड तस्करी करने वाले आरोपियों के द्वारा विशेष तौर पर विदेशी गोल्ड का तस्करी करके इंडो -म्यांमार बॉर्डर इलाके से लेकर गुवाहाटी से होते हुए   दिल्ली -पंजाब तक लाया जाता था. उसके बाद उसे कई अन्य राज्यों में बेच दिया जाता था.

कई हवाला कारोबारियों के साथ आरोपियों के कनेक्शन
जांच एजेंसी के अधिकारी बताते हैं कि आरोपियों से जुड़े इस मामले की तफ्तीश के दौरान कई हवाला कारोबारियों के साथ आरोपियों के कनेक्शन के साथ -साथ करोड़ों रुपये के मनी लॉन्ड्रिंग की जानकारी भी मिली है , जिसे अब विस्तार से खंगाला जा रहा है .

विदेश से गोल्ड तस्करी मामले में आरोपियों का नाम और कनेक्शन
जांच एजेंसी ईडी के वरिष्ठ अधिकारी के मुताबिक विदेशी गोल्ड का तस्करी मामले में तफ्तीश के दौरान कई आरोपियों का नाम और उससे जुड़ा हुआ कनेक्शन सामने आया है , जिसके आधार पर कई आरोपियों के खिलाफ इस मामले की तफ्तीश की जा रही है . जांच एजेंसी के मुताबिक प्रमुख आरोपियों के नाम इस प्रकार से हैं —

1 . लक्की सतीजा (Lucky Satija )
2 .  सुरेन्द्र  कुमार  (Surinder Kumar )
3 . मंजोध सिंह चीमा (Manjodh Singh Cheema )

डीआरआई की तफ्तीश के बाद अब ED की टीम तफ्तीश में जुटी
केन्द्रीय जांच एजेंसी प्रवर्तन निदेशालय यानी ईडी की तफ्तीश के पहले इस विदेशी गोल्ड तस्करी मामले में जांच एजेंसी राजस्व आसूचना निदेशालय यानी राजस्व खुफिया निदेशालय जिसे आम बोलचाल की भाषा में डीआरआई कहा जाता है , इसी संस्था के द्वारा साल 2020 के नवंबर में कस्टम एक्ट के तहत एक केस दर्ज किया गया था और इस मामले की शुरुआती तफ्तीश की जा रही थी. जिसको आधार बनाते हुए बाद में ईडी ने इस केस को टेकओवर किया और इस मामले में मनी लॉन्ड्रिंग एक्ट के तहत तफ्तीश शुरू कर दी गई.

गोल्ड तस्करों के नेटवर्क को तोड़ने के लिए एक्‍शन में ED, 7 लोकेशन पर की छापेमारी 

ट्रक के फ्यूल टैंक के अंदर था गोल्‍ड बार
जांच एजेंसी के द्वारा बताया गया की साल 2020 के नवंबर में दो अलग -अलग लोकेशन पर दो ऐसे ट्रक को खुफिया इनपुट्स और टेक्नीकल सर्विलांस के मार्फत  डीआरआई के द्वारा पकड़ा गया था. उन दोनों ट्रकों के अंदर से जांच एजेंसी को करीब दो सौ से ज्यादा गोल्ड बार को जब्त किया गया था . जिसे ट्रक के फ्यूल टैंक के अंदर छुपाकर विदेश से मंगवाया गया था और उसके माध्यम से तस्करी को अंजाम दिया जा रहा था . जांच एजेंसी ईडी के द्वारा फिलहाल इस मामले की विस्तार से तफ्तीश जारी है, जांच एजेंसी द्वारा जल्द ही इस मामले में कुछ बड़ा खुलासा कर सकती है.

Tags: Directorate of Enforcement, DRI, ED, Gold, Gold business, Gold smuggling case

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