गोाखपुर18 मिनट पहले
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गोरखपुर के जगतबेला स्टेशन पर बुधवार की देर रात डेढ़ बजे OAH (ओवर हेड इक्विपमेंट) तार टूट गया। जिसकी वजह से लखनऊ से गोरखपुर आने वाली डाउन लाइन पर ट्रेनों का संचलन 9 घंटे तक ठप रहा। इस दौरान डाउन लाइन की करीब 25 ट्रेनें खड़ी रहीं।
काफी मशक्कत के बाद गुरुवार को सुबह 10.40 बजे तक तार ठीक किया जा सका। तार ठीक होने के बाद धीरे-धीरे ट्रेनें गोरखपुर की तरफ चलाई गईं। इसके चलते कुछ ट्रेनें मगहर में तो कुछ खलीलाबाद में घंटों खड़ी रहीं।
सबसे अधिक दिक्कत सप्तक्रांति एक्सप्रेस के यात्रियों को हुई। ये ट्रेन सहजनवा में भोर में चार बजे से ही खड़ी हो गई और वहां से 10.40 बजे रवाना हुई और 11 बजे गोरखपुर पहुंची। स्टेशन प्रबंधन का कहना कि OAH को 10.40 बजे ठीक करने के साथ ही डाउन लाइन को फिट दे दिया गया है। सभी ट्रेनों का संचलन सामान्य हो गया है।
काफी मशक्कत के बाद गुरुवार को सुबह 10.40 बजे तक तार ठीक किया जा सका।
रात 1.40 बजे टूट गई OAH
दरअसल, जगतबेला स्टेशन पर OAH लाइन देर रात 1.40 बजे टूट गई। तार टूटने से जानकारी स्टेशन प्रबंधन को हुई तो तत्काल डाउन ट्रेनों का संचलन ठप कर दिया। जो ट्रेनें गोरखपुर की तरफ आ रही थीं वह जहां थीं वहीं रोक दी गईं।
लखनऊ की तरफ से गोरखपुर आ रही गोरखाधाम, वैशाली, सम्पर्कक्रांति, सप्तक्रांति, आम्रपाली और बाघ एक्सप्रेस समेत 25 ट्रेनें मगहर, खलीलाबाद, चुरेब, बस्ती और मुण्डेरवा में खड़ी कर दी गईं। जगतबेला में OAH वैन के सहारे छह घंटे की कड़ी मशक्कत के बाद ओएचई को ठीक किया जा सका और 10.40 बजे ट्रेनों का संचलन सामान्य हो सका।
एक तरफ जहां कर्मचारी और अधिकारी OAH लाइन को ठीक कराने के लिए जूझ रहे थे। वहीं, ट्रेनों में बैठे यात्री हैरान व परेशान हो गए।
सबसे अधिक यात्रियों को हुई दिक्कत
एक तरफ जहां कर्मचारी और अधिकारी OAH लाइन को ठीक कराने के लिए जूझ रहे थे। वहीं, ट्रेनों में बैठे यात्री हैरान व परेशान हो गए। सप्तक्रांति एक्सप्रेस की एसी ने जवाब दे दिया तो यात्रियों को उमस का भी सामना करना पड़ा। सप्तक्रांति एक्सप्रेस जिसके गोरखपुर पहुंचने का समय भोर में 3.45 बजे है वह छह घंटे तक मगहर में खड़ी रही। 7 घंटे देर से यह ट्रेन 11 बजे गोरखपुर आई।