रिपोर्ट – आदित्य आनंद
गोड्डा. झारखंड के गोड्डा में अगर आपको ठंड के मौसम में गरमा गरम स्वादिष्ट लिट्टी-चोखा खाना हो, तो आप भागलपुर रोड स्थित महिला कॉलेज के पास पहुंच सकते हैं. यहां गोड्डा का एकमात्र लिट्टी-चोखा का स्टाल है, जहां शाम के 3 बजे से रात 8 बजे तक स्वाद में बेजोड़ लिट्टी-चोखा मिलता है. इसके लिए लोगों की भीड़ लगी रहती है. लिट्टी चोखा की इस दुकान में सीमित संख्या में लिट्टी बनाई जाती है. यहां नियमित तौर पर आने वाले ग्राहक बताते हैं कि मणिकांत पांडेय की दुकान का लिट्टी चोखा इतना स्वादिष्ट है कि लोग 4 से 5 पीस आराम से खा जाते हैं. गोड्डा में यह दुकान पिछले 17 वर्षों से चल रही है.
वही लिट्टी चोखा बेचने वाले मणिकांत पंडित ने बताया कि वह रोजाना मात्र 500 लिट्टी ही बनाते हैं. क्योंकि चूल्हे में एक बार में 500 लिट्टी ही सेंक पाते हैं. वह घर से लिट्टी बना कर लाते हैं और दुकान में सिर्फ उसे सेंकते हैं. इस चौक पर वह पिछले 17 वर्षों से लिट्टी चोखा की दुकान लगा रहे हैं. उन्होंने बताया कि उनकी बिक्री देख कई लोगों ने भी उनकी तरह ही लिट्टी-चोखा बेचना शुरू किया, लेकिन अन्य दुकानें कुछ ही दिन में बंद हो गईं. ग्राहकों को उनके दुकान की लिट्टी पसंद आती है.
कैसे तैयार होती है लिट्टी
उन्होंने बताया कि वह लिट्टी झरिया की अच्छी क्वालिटी वाले कोयला को मंगाकर उसी में सेंकते हैं, जिसमें धुआं नहीं होता है. इसके साथ वह शुद्ध चने की सत्तू में मंगरेला, अजवाइन, नींबू, लहसुन अदरक धनिया पत्ता मिलते हैं और इसके बाद लिट्टी सकते हैं. वहीं चोखा के लिए वह पहले बैगन और आलू को आग में पकाते हैं और इसके बाद काला नमक, लहसुन मिलाकर चोखा बनाते हैं. लिट्टी-चोखा के साथ धनिया पत्ता की चटनी, सरसों की चटनी और सलाद देते हैं.
लिट्टी चोखा खाने आए आईआरबी के जवान अरुण कुमार ठाकुर ने बताया कि वह रोज शाम का नाश्ता लिट्टी चोखा ही करते हैं. यहां दो पीस बिना घी वाली लिट्टी 25 रुपए और 30 रुपए में घी वाली दो पीस लिट्टी खिलाई जाती है.
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FIRST PUBLISHED : December 23, 2023, 17:35 IST