गोड्डा की इस महिला ने 4 कट्ठा जमीन में की झींगा की खेती, हो गई मालामाल

आदित्य आनंद/गोड्डा. जिले के पथरगामा प्रखंड के चिलकारा गांव में रुकमणी देवी ने पूरे गांव में पहली बार अपने 4 कट्ठा खेत में झींगा की खेती की है और अब तक 50 हजार रुपये की आमदनी कर चुकी है. बता दें की इस गांव में अब तक किसी ने भी रोजगार के दृष्टिकोण से इस सब्जी की खेती नहीं की थी. कारण यह था की जिले में इस सब्जी की बिक्री काफी सस्ती दर पर होती है और इस सब्जी की खेती में मेहनत अधिक होती है. गांव में इससे पहले इस सब्जी को सिर्फ अपने घरों में खाने के लिए लोग रोपा करते थे. लेकिन रुकमणी देवी ने रोजगार की दृष्टिकोण से इस सब्जी की खेती की और आज अच्छी खासी आमदनी कर रही है.

क्या है खेती की प्रक्रिया
रुकमणी देवी ने अपने 4 कट्ठा जमीन में रोहिणी नक्षत्र के आगमन पर अगस्त महीने में इसका बीज डाला था. इसके बाद करीब 10 से 15 दिन में इसका पौधा निकलने के बाद पूरे खेत में बांस के बत्ती का सांचा बना कर सभी पौधों को उस सांचे के ऊपर चढ़या जाता है. जिसके बाद कुछ ही दिन में पोधा पूरे सांचे में फैल जाता है. इसके बाद 10 से 15 दिन में इसमें फल आना शुरू हो जाता है. इस बीच इन पौधों के जड़ के आस पास से रोजाना खर पतवार को हटाना पड़ता है. और कीटनाशक का छिड़काव करना होता है.

उपज के मुताबिक आमदनी
रुकमणी ने बताया की झींगा की खेती में उसने अब तक किसी भी प्रकार का कोई केमिकल का इस्तेमाल अधिक उपज के लिए नही किया बल्कि उसने घर के गाय का रखा सड़े हुए गोबर से बने आर्गेनिक खाद का इस्तेमाल किया है. इससे उनके फसल का काफी अच्छा पैदावार हुआ है. उसने बताया की सितंबर महीने के दूसरे सप्ताह से वो झींगा की बिक्री करना शुरू की है जहां हर एक दिन के बाद एक दिन वो 25 से 30 केजी तक झींगा तोड़ कर इसकी बिक्री अब तक कर रही है.

वहीं कर्मा पर्व में भी इस सब्जी का दर बाजार में 60 रुपए किलो तक था. जिस वजह से उसने अब तक करीब 50 हजार रुपए की आमदनी कर ली है. और करीब 40 से 45 दिनों तक इस सब्जी की उपज जारी रहेगी.

झींगा सब्जी के फायदे

• सूजन से लड़ने में सहायक
•ब्रेन फंक्शन को बढ़ाने में मदद
•वजन घटाने में उपयोगी
•हृदय रोग के लिए लाभकारी
•लिवर फंक्शन में मजबूती
•पेट साफ रखने में कारगार

Tags: Godda news, Jharkhand news, Success Story, Womens Success Story

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