दुनिया में कई ऐसी अरबों डॉलर वाली कंपनियां है, जिसके जिसके सीईओ इंडियंस हैं. इनमें गूगल के सुंदर पिचाई और सत्या नडेला के नाोम शुमार हैं. इसी लिस्ट में एक नया नाम आ रहा है, गूगल (Google) के विज्ञापन डिविजन के पूर्व हेड श्रीधर रामास्वामी का. वह फिलहाल में स्नोफ्लेक कंपनी के नए सीईओ नामित हुए हैं. वह गूगल में 15 वर्षों तक काम किए थे और इसके एडवरटाइजिंग विभाग को 1.5 बिलियन डॉलर मूल्य से 100 बिलियन डॉलर तक पहुंचाने में मदद किया था. रामास्वामी ने सुंदर पिचाई को सीईओ बनाए जाने के तीन साल बाद कंपनी छोड़ दी था.
रामास्वामी ने मोंटाना में स्थित स्नोफ्लेक के पहले भारतीय मूल के सीईओ हैं. एडवरटाइजमेंट फ्री सर्च इंजन नीवा (NEEVA) को 2023 में, स्नोफ्लेक ने नीवा का अधिग्रहण किया था और इनको बोर्ड ऑफ डायरेक्टर के सदस्य बने और इसके बाद स्नोफ्लेक के सीईओ बनए गए. वह पहले आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस के सिनियर वाइस प्रेसिडेंट थे. वर्तमान में, स्नोफ्लेक का मार्केट कैप 53 बिलियन डॉलर यानी 440000 करोड़ रुपये से अधिक है.
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श्रीधर रामास्वामी, एआई और ऑनलाइन सर्च टेक्नोलॉजी में अपनी काबिलियत के लिए प्रसिद्ध हैं. उनके पास आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस पर दुनिया भर में काम कर रही 6000 लोगों की एक टीम है. रामास्वामी मूल रूप से तिरुचिरापल्ली, तमिलनाडु के रहने वाले हैं. उन्होंने हाल ही में गूगल (Google) के कैलिफ़ोर्निया हेडक्वार्टर के पास अपना एडवरटाइजमेंट फ्री सर्च इंजन नीवा (Neeva) लॉन्च किया, यह उनका निजी सर्च इंजन है.
आईआईटी मद्रास से स्नातक श्रीधर रामास्वामी ने गूगल में इंजीनियरिंग के पूर्व वाइस प्रेसिडेंट विवेक रघुनाथन के साथ मिलकर नीवा बनाई. गूगल (Google) के टारेटेड विज्ञापन के विपरीत, नीवा (Neeva) का लक्ष्य किफायती मेंबरशिप के जरिए लोगों को एक एडवरटाइजमेंट फ्री अनुभव देना था. लोगों द्वारा पसंद किए जाने के बाद वह गूगल की बदशाहत को चौलेंज नहीं कर सका, हालांकि एक दर्जन से अधिक गूगलर्स विभिन्न पदों और विभागों से त्यागपत्र दोकर में नीवा में शामिल हुए हैं.
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FIRST PUBLISHED : March 9, 2024, 16:07 IST