अंकित राजपूत/जयपुर: राजस्थान की धरती ऐतिहासिक धरोहरों की धरती हैं. राजधानी जयपुर का नाम सुनते ही सबसे पहले लोगों के मन में हवामहल की तस्वीर बन जाती हैं. जयपुर के प्रतिक और मुकुट के रूप में हवामहल को जाना जाता है. हवामहल ना सिर्फ देशी पर्यटकों को अपनी ओर लुभाता है. बल्कि, विदेश के पर्यटकों को भी अपनी सुंदरता से मंत्रमुग्ध कर देता है. पिछले महीने अगस्त में यहां 1,32,386 पर्यटक हवामहल देखनें पहुंचे हैं. जयपुर आने वाले देशी और विदेशी पर्यटकों के लिए हवामहल जयपुर की सबसे प्रसिद्ध जगह है. ऐसा शायद ही कोई टूरिस्ट होगा, जो जयपुर आया हो उसने हवामहल का दीदार न किया हो.
जयपुर का टॉप सेल्फी पांइट
हवामहल जयपुर की ऐसी इमारत हैं. जहां लोग जमकर सेल्फी लेते हैं और फोटोग्राफी और वैंडिग फोटोशूट करवाते हैं. हवामहल के सामने टैटू कैफ़, सेल्फी प्रेमियों के लिए सबसे अच्छी जगह है. जहां से लोग हवामहल की सुंदरता कैमरे में कैद करते है, हवामहल साल के 365 दिन खुला रहता है. यहां का माहौल शाम के समय और भी खूबसूरत हो जाता है.
हवामहल का इतिहास और वास्तुकला ऐतिहासिक
हवामहल पांच मंजिला एक खूबसूरत इमारत है. यहां लगभग 953 खूबसूरत नक्काशी बनी हुई है. जिसका निर्माण 1799 में महाराजा सवाई प्रताप सिंह ने करवाया था. इस महल को इस तरह डिजाइन किया गया हैं कि गर्मियों के समय में भी यह एकदम ठंडा रहता है. पुराने समय में महल में रहने वाली रानीयों और राजकुमारियों को काफी आरामदायक महसूस हो, इसलिए इसे विशेष पत्थरों से बनवाया गया था और हवामहल बनाने का मुख्य कारण, उस समय में रानियों को बाहर निकालने की अनुमति नहीं थी. उन्हें बाहर हो रहे उत्सव और बाजार देखने के लिए इसका विशेष रूप से निर्माण करवाया गया था. इस महल की पांचवीं मंजिल से जयपुर का सुंदर नजारा देखा जा सकता है. इस अद्भुत इमारत को मुगल और राजपूत शैली में वास्तुकार लाल चंद्र उस्ताद ने डिजाइन किया और बनाया था.
हवामहल देखनें के लिए टिकट दर
भारतीय पर्यटकों के लिए टिकट दर 52 रूपए, भारतीय छात्र-छात्राएं के लिए 22 रूपए, विदेशी पर्यटकों के लिए टिकट दर 202 रूपए और विदेशी छात्र-छात्राओं के लिए टिकट दर -102 रूपए हैं. 7 साल से कम उम्र के बच्चों के लिए निःशुल्क प्रवेश है.
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FIRST PUBLISHED : September 27, 2023, 16:56 IST