गुरुग्राम : कथित एनकाउंटर में मारे गए गैंगस्टर की पूर्व प्रेमिका की होटल में हत्या, सीसीटीवी फुटेज में दिखे हत्यारे

गुरुग्राम के एक होटल में एक पूर्व मॉडल और एक गैंगस्टर की पूर्व प्रेमिका की हत्या कर दी गई. गुरुग्राम पुलिस के मुताबिक, हत्या के आरोपी एक होटल का मालिक और उसके साथी हैं. महिला के शव को आरोपियों ने खींचकर बीएमडब्य्यू कार में रखा था और फिर कहीं फेंक दिया था. हालांकि पुलिस को अभी तक शव नहीं मिला है. हत्या की वजह भी पता नहीं चला पाई है. 

पूर्व मॉडल 2016 में अपने तत्कालीन प्रेमी (जो कि गुरुग्राम का मोस्ट-वांटेड गैंगस्टर था) के कथित फेक एनकाउंटर केस में आरोपी थी. वह पिछले सात साल से जेल में थी और पिछले साल ही उसे जमानत मिली थी. 

पुलिस ने बताया कि 27 वर्षीय दिव्या पाहुजा के परिवार से शिकायत मिली थी कि वह एक जनवरी को अपने दोस्त अभिजीत सिंह के साथ बाहर गई थी और तब से उसका पता नहीं चल रहा है. परिजनों ने पुलिस को बताया कि अभिजीत सिंह का गुरुग्राम में होटल सिटी प्वाइंट है. उन्होंने यह भी बताया कि दिव्या पाहुजा का फोन कई घंटों से बंद है.

जब पुलिस ने होटल पहुंचकर सीसीटीवी फुटेज खंगाला तो देखा कि एक बेडशीट में शव को लपेटा गया और उसके कॉरिडोर में घसीटकर लाया गया. पुलिस ने अभिजीत सिंह को गिरफ्तार कर लिया है. पुलिस पूर्व मॉडल के शव और होटल मालिक के दो साथियों को ढूंढ रही है.

एक अधिकारी ने बताया कि सिंह ने कथित तौर पर दो लोगों को शव को उसकी बीएमडब्ल्यू में रखकर कहीं ऐसी जगह फेंकने को कहा था जहां से उसे ढूंढा ना जा सके. उसने इसके लिए 10 लाख रुपए दिए थे. 

एक पुलिस अधिकारी ने बताया, “पूर्व मॉडल दिव्या पाहुजा की हत्या के बाद अभिजीत के दो साथियों ने शव को होटल के कॉरिडोर से घसीटकर उसकी बीएमडब्ल्यू में रखा. इसके बाद उस कार को वे पंजाब की तरफ ले गए और वहां कहीं शव को फेंक दिया.”

दिव्या गुरुग्राम के मोस्ट वांटेड गैंगस्टर संदीप गाडोली की प्रेमिका थी, जिसे हरियाणा पुलिस ने 2016 में मुंबई के एक होटल में मुठभेड़ में मार गिराया था. वह गाडोली के साथ होटल के कमरे में थी जब उसका एनकाउंटर किया गया.

बाद में कई पुलिस अधिकारियों को गिरफ्तार कर लिया गया जब यह आरोप लगाया गया कि मुठभेड़ फर्जी थी. गैंगस्टर के ठिकाने का खुलासा करने और कथित फर्जी मुठभेड़ को सुविधाजनक बनाने के आरोप में दिव्या पाहुजा और उसकी मां को भी गिरफ्तार किया गया था.

दिव्या पाहुजा सात साल तक जेल में थी और पिछले साल जुलाई में बॉम्बे हाई कोर्ट ने उसे जमानत दे दी थी.

सहायक पुलिस आयुक्त मुकेश कुमार ने कहा कि आरोपियों ने हत्या करने के बाद सबूत मिटाने की कोशिश की थी. उन्होंने बताया, “परिवार के सदस्यों ने कहा कि उसका फोन घंटों तक बंद रहने के बाद वे होटल गए और सीसीटीवी फुटेज देखने की मांग की, लेकिन उन्हें मना कर दिया गया. शिकायत दर्ज करने के बाद, सेक्टर 14 पुलिस स्टेशन के अधिकारी होटल गए और सीसीटीवी फुटेज देखा जिसमें शव को घसीटा जा रहा था.”

साथ ही उन्होंने कहा, “हम शव के साथ-साथ अपराध में शामिल अन्य आरोपियों की भी तलाश कर रहे हैं. मामले की सभी एंगल से जांच की जा रही है.”

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