गाजीपुर बस अग्निकांड: सिसकियों से बदली शहनाई की गूंज, जिस घर में शादी का मना रहे थे जश्न, वहां पसरा मातम

मऊ जिले के रानीपुर थाना क्षेत्र खिरिया कांझा से लड़की पक्ष के लोग शादी समारोह के लिए गाजीपुर के महाहर धाम जा रहे थे। मिनी बस में सभी बराती सवार होकर सोमवार को 12 बजे के बाद रवाना हुए। अभी बस गाजीपुर जनपद के मंदिर से कुछ दूरी पर पहुंची थी कि अचानक हाई वोल्टेज तार की चपेट में आ गई और बड़ा हादसा हो गया। शादी की सारी खुशियां पल भर में मातम में बदल गईं। आगे की स्लाइड्स में देखें तस्वीरें…

यह भी पढ़ें; 

गाजीपुर में दर्दनाक हादसा: आग का गोला हुई बरातियों से भरी बस, पांच लोग जिंदा जला; CM योगी ने लिया संज्ञान

 




शादी वाले घर में पसरा मातम

जिस घर में सुबह तक शादी की खुशियां मनाई जा रही थीं, उस घर में मातम पसर गया। घटना के बाद पूरे गांव में सन्नाटा पसर गया। वधू पक्ष की ओर से परिवार के साथ ही रिश्तेदार व आसपास के ग्रामीण भी गए थे। घटना के बाद सभी लोग चिंतित हो गए। सभी लोग लड़की के घर पहुंचने लगे, हालांकि घर पर ताला लटका हुआ था। 

यह भी पढ़ें; Ghazipur Bus Fire: धूमधाम से शादी करने का सपना रह गया अधूरा, हादसे के बाद सिर्फ सिंदूरदान कर हुई विदाई


रिश्तेदार व ग्रामीण भी थे बस में सवार

रानीपुर थाना क्षेत्र खिरिया कांझा गांव से नंदू सरोज बेटी की शादी गाजीपुर जनपद मरदह थाना क्षेत्र के महाहर धाम मंदिर में करने के लिए रिश्तेदारों एवं परिवार के साथ बस में सवार होकर जा रहे थे। बस मंदिर के पास पहुंचने ही वाली थी कि बीच रास्ते में गुजर रही हाई वोल्टेज तार की चपेट में आ गई। जिससे बस में आग लग गई। बस धूं-धूं कर जलने लगी। कुछ लोग करंट के झटके से बाहर गिर गए। बाकी लोग बस में झुलस गए। 28 वर्षीय पूजा पत्नी गोविंद और उसका चार वर्षीय बच्चा दिव्यांशु निवासी ओनहाइच थाना सरायलखंसी, 35 वर्षीय मीरा पत्नी अमरजीत तथा 16 वर्षीय नैंसी पुत्री दिनेश कुमार निवासी खिरिया कांझा थाना रानीपुर का उपचार जिला अस्पताल में किया जा रहा है। 

यह भी पढ़ें; गाजीपुर बस अग्निकांड: जिंदा बची महिला ने बयां की हादसे की कहानी, बिलखते हुए बोली- बच्चे भी सवार थे    


चार साल के मासूम दिव्यांशु की हालत गंभीर होने पर वाराणसी के लिए रेफर कर दिया गया। उधर जैसे ही घटना की जानकारी पुलिस अधीक्षक को मिली वे मौके पर पहुंचे। पुलिस अधीक्षक इलामारन तथा एएसपी महेश सिंह अत्रि तथा नगर कोतवाल अनिल सिंह, सरायलखंसी थानाध्यक्ष इंचार्ज संजय त्रिपाठी ने सीएमएस डॉ. धनंजय कुमार के साथ अस्पताल में भर्ती मरीजों का हाल जाना।

यह भी पढ़ें; गाजीपुर अग्निकांड: बस में धधकती आग में कई बरातियों की थम गईं सांसें, तस्वीरों में देखें मौत का दर्दनाक मंजर


क्या कहते हैं अधिकारी

गाजीपुर की घटना में चार झुलसे लोगों को जिला अस्पताल लाया गया है, चार साल के बालक को वाराणसी के लिए रेफर दिया गया है। बाकी तीन की हालत में पहले से सुधार है। सभी मरीजों का उपचार किया जा रहा है।

डॉ. धनंजय कुमार, सीएमएस जिला अस्पताल 


Source link

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *