तेल अवीव4 घंटे पहले
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![इजराइली फौज ने पहली बार माना है कि गाजा में आतंकियों से ज्यादा आम नागरिक मारे गए हैं। हालांकि, जिस अफसर के हवाले से यह बयान आया, उसका नाम सार्वजनिक नहीं किया गया है। (फाइल) - Dainik Bhaskar](https://images.bhaskarassets.com/web2images/521/2023/12/06/3_1701875560.jpg)
इजराइली फौज ने पहली बार माना है कि गाजा में आतंकियों से ज्यादा आम नागरिक मारे गए हैं। हालांकि, जिस अफसर के हवाले से यह बयान आया, उसका नाम सार्वजनिक नहीं किया गया है। (फाइल)
इजराइल और हमास की जंग के बीच इजराइली डिफेंस फोर्स (IDF) के एक अफसर ने अहम बयान दिया है। इस अफसर ने माना है कि एक हमास आतंकी को मारने की कोशिश में दो आम फिलिस्तीनियों को जान गंवानी पड़ी।
दूसरी तरफ, इजराइल स्टॉक एक्सचेंज के चीफ ने अमेरिका के दो ट्रेडिंग एक्सपर्ट की उस रिपोर्ट को खारिज कर दिया है, जिसमें कहा गया था कि स्टॉक मार्केट के कुछ ट्रेडर्स को 7 अक्टूबर के हमले की पहले से जानकारी थी।
![गाजा में हमास के कब्जे वाली हेल्थ मिनिस्ट्री दावा कर रही है कि अब तक 16 हजार आम लोग मारे गए हैं। दूसरी तरफ, इजराइल इस बारे में कुछ बताने को तैयार नहीं है।](https://images.bhaskarassets.com/web2images/521/2023/12/06/2_1701875528.jpg)
गाजा में हमास के कब्जे वाली हेल्थ मिनिस्ट्री दावा कर रही है कि अब तक 16 हजार आम लोग मारे गए हैं। दूसरी तरफ, इजराइल इस बारे में कुछ बताने को तैयार नहीं है।
मारे गए आतंकियों की तादाद 5 हजार से कम
- ‘टाइम्स ऑफ इजराइल’ की रिपोर्ट में इजराइल के एक अफसर का बयान अहम है। इस अफसर ने गाजा स्ट्रिप में मारे गए लोगों के आंकड़े पर जानकारी दी। इस अफसर के मुताबिक- 7 अक्टूबर को IDF का मिलिट्री ऑपरेशन शुरू होने के बाद अगर एक आतंकी मारा गया तो दो आम लोगों को भी जान गंवानी पड़ी। IDF ने हाईटेक मैपिंग टेक्नोलॉजी का इस्तेमाल ज्यादा किया और इसकी वजह यह थी कि वो आम नागरिकों की जान बचाना चाहती थी।
- इस अफसर ने कहा- मीडिया रिपोर्ट्स में दावा किया जा रहा है कि हमने पांच हजार आतंकी मार गिराए हैं। मुझे लगता है कि यह सही आंकड़ा नहीं है। मेरे हिसाब से मारे गए आतंकियों की तादाद थोड़ी कम है।
- यह बयान इस लिहाज से अहम हो जाता है, क्योंकि गाजा में हमास के कब्जे वाली हेल्थ मिनिस्ट्री दावा कर रही है कि अब तक 16 हजार आम लोग मारे गए हैं। दूसरी तरफ, इजराइल इस बारे में कुछ बताने को तैयार नहीं है।
![दो अमेरिकी एक्सपर्ट्स की एक रिपोर्ट में दावा किया गया था कि 7 अक्टूबर के पहले तेल अवीव स्टॉक एक्सचेंज में हलचल काफी तेज हो गई थी। (प्रतीकात्मक)](https://images.bhaskarassets.com/web2images/521/2023/12/06/1_1701875444.jpg)
दो अमेरिकी एक्सपर्ट्स की एक रिपोर्ट में दावा किया गया था कि 7 अक्टूबर के पहले तेल अवीव स्टॉक एक्सचेंज में हलचल काफी तेज हो गई थी। (प्रतीकात्मक)
अमेरिकी रिपोर्ट पर सवालिया निशान
- तेल अवीव स्टॉक एक्सचेंज यानिव पेगोट ने दो अमेरिकी एक्सपर्ट्स की उस रिपोर्ट को खारिज कर दिया है, जिसमें कहा गया था कि इजराइल के कुछ ट्रेडर्स को 7 अक्टूबर के हमले के बारे में पहले से जानकारी थी।
- न्यूयॉर्क यूनिवर्सिटी ऑफ लाॅ के दो प्रोफेसर्स रॉबर्ट जैक्सन और जोशुआ मिट्स ने 67 पेज की रिपोर्ट में दावा किया था कि कुछ ट्रेडर्स को हमले का अंदाजा था, इसलिए कुछ दिन पहले ही ट्रेडिंग काफी बढ़ गई थी। इनके मुताबिक- इजराइल के सबसे बड़े बैंक लियूमी में अचानक ट्रांजेक्शन कई गुना बढ़ गया था और स्टॉक एक्सचेंज का डाटा भी यही बताता है।
- तेल अवीव स्टॉक एक्सचेंज के चीफ यानिव ने इस रिपोर्ट को खारिज कर दिया। कहा- ये सही नहीं है। अकसर, बाजार में इस तरह के उतार-चढ़ाव होते रहते हैं। इसका सीधा संबंध इकोनॉमी से होता है। मुझे तो लगता है कि दोनों एक्सपर्ट्स को हमारे स्टॉक मार्केट की सही समझ ही नहीं है।
बंधकों को टॉर्चर किया गया था
इजराइल की हेल्थ मिनिस्ट्री ने संसद में बताया है कि हमास ने जो बंधक छोड़े, उन्हें रिहाई से पहले ड्रग्स दिए गए थे। दरअसल, हमास दुनिया को ये दिखाना चाहता था कि सभी बंधक स्वस्थ और बहुत खुश हैं। इसकी वजह यह थी कि कैद में इनको खतरनाक तरीके से टॉर्चर किया गया था।
अफसरों ने आगे कहा- कई बंधक गहरे सदमे या ट्रॉमा में हैं और इन्हें इससे निकालना मुश्किल काम है। वहीं अमेरिका ने मंगलवार को घोषणा की है कि वो उन कट्टरपंथी इजराइलियों को वीजा नहीं देगा जो वेस्ट बैंक में फिलिस्तीनियों को टारगेट कर रहे हैं।
![इजराइली संसद की कमेटी के सामने सवालों के जवाब देते हेल्थ मिनिस्ट्री के अफसर।](https://images.bhaskarassets.com/web2images/521/2023/12/05/2_1701789692.jpg)
इजराइली संसद की कमेटी के सामने सवालों के जवाब देते हेल्थ मिनिस्ट्री के अफसर।
लेबनान के सैनिक की मौत पर इजराइली सेना ने माफी मांगी
लेबनान में हिजबुल्लाह के आतंकियों के साथ झड़प में इजराइली सेना ने लेबनान के एक सैनिक को भी मार दिया। टाइम्स ऑफ इजराइल के मुताबिक सेना हिजबुल्लाह की लॉन्च साइट पर हमला कर रही थी। लेकिन इसमें लेबनान के कई सैनिक घायल हो गए और एक की मौत हो गई।
घटना के बाद IDF ने लेबनान से माफी मांगी है। सेना ने कहा- सैनिक हमारा टारगेट नहीं थे। हमें इस घटना पर खेद है, इसकी जांच करवाई जाएगी। CNN के मुताबिक, अमेरिका का मानना है कि इजराइल जनवरी तक साउथ गाजा में हमास को निपटाने के अपने ऑपरेशन को पूरा कर लेगा। इसके बाद वो हमास नेताओं को निशाना बनाएगा।
नेतन्याहू ने कहा- बंधकों को छुड़ाने का फिलाहल कोई रास्ता नहीं
दूसरी तरफ मंगलवार को इजराइली PM नेतन्याहू ने रिहा हुए बंधकों और उन लोगों के परिजनों से मुलाकात की जो अब भी हमास की कैद में हैं। इस दौरान उनमें जमकर बहस भी हुई। टाइम्स ऑफ इजराइल के मुताबिक, परिजनों ने बताया कि नेतन्याहू उनकी बात नहीं सुन रहे थे। वो सिर्फ अपना लिखा हुआ भाषण पढ़ रहे थे।
मीटिंग के लीक हुए अंशों के मुताबिक, नेतन्याहू ने लोगों को बताया कि फिलहाल बंधकों को वापस लाने का कोई रास्ता नहीं है। ये समझौता इजराइल नहीं बल्कि हमास ने खत्म किया। वो अब ऐसी शर्तें रख रहे हैं, जिन्हें स्वीकार नहीं किया जा सकता। इस दौरान नेतन्याहू के भाषण से गुस्साए कई लोग मीटिंग को बीच में ही छोड़कर चले गए। लोगों ने नेतन्याहू पर झूठ बोलने का भी आरोप लगाया।
![गाजा के खान यूनिस में इजराइली हमले के दौरान मारे गए फिलिस्तीनियों के शवों को दफनाने से पहले एक जगह रखा गया।](https://images.bhaskarassets.com/web2images/521/2023/12/06/comp-42-2_1701833408.gif)
गाजा के खान यूनिस में इजराइली हमले के दौरान मारे गए फिलिस्तीनियों के शवों को दफनाने से पहले एक जगह रखा गया।
लाल सागर में ईरान से निपटने की तैयारी
लाल सागर यानी रेड सी में ईरान और उसके सहयोगी आतंकी संगठन जैसे हूती, अमेरिका और उसके सहयोगी देशों के लिए खतरा बनते जा रहे हैं। अमेरिका और उसके सहयोगी देशों ने इससे निपटने की तैयारी कर ली है।
न्यूयॉर्क टाइम्स की एक रिपोर्ट के मुताबिक- ईरान की सरकार और फौज अमेरिका का सीधा मुकाबला नहीं करना चाहती। उसने हूती जैसे कुछ आतंकी संगठनों को हथियार और दूसरे सामान दिए हैं। यही गुट लाल सागर में अमेरिका और उसके मित्र देशों के लिए परेशानी पैदा कर रहे हैं।
अब अमेरिका ने इस चैलेंज से निपटने के लिए प्लान तैयार किया है। इसके तहत जल्द ही अमेरिका और उसके सहयोगी देशों की नौसेना अपने स्पेशल कमांडो और सर्विलांस एयरक्राफ्ट तैनात करने जा रही हैं। इसके अलावा एक कॉम्बेट यूनिट भी यहां जल्द पहुंचने वाली है। नेशनल सिक्योरिटी एडवाइजर जेक सुलिवन ने यह प्लान राष्ट्रपति के सामने मंगलवार को पेश किया।
![फुटेज में इजराइली सेना हमास के ठिकानों को निशाना बनाती नजर आ रही है।](https://images.bhaskarassets.com/web2images/521/2023/12/06/comp-52-3_1701833447.gif)
फुटेज में इजराइली सेना हमास के ठिकानों को निशाना बनाती नजर आ रही है।
UN में स्पेशल सेशन
इजराइल पर 7 अक्टूबर को हुए हमास के हमले के करीब 2 महीने बाद UN में सोमवार को एक स्पेशल सेशन हुआ। इसमें इजराइल ने हमास पर इजराइली महिलाओं के खिलाफ यौन अपराध के आरोप लगाए।
UN में इजराइल के राजदूत गिलाड एर्दान ने कहा- 7 अक्टूबर को इजराइल ने सेकेंड वर्ल्ड वॉर के बाद का सबसे बड़ा जनसंहार देखा। इजराइलियों पर की गई ज्यादतियां ISIS और हिटलर के किए अत्याचारों से भी बुरी थी। उन्होंने कहा- हमास ने परिवारों को जिंदा जलाया, माता-पिता के सामने बच्चों के सिर कलम किए।
उनके अपराध यहीं नहीं रुके। हमास ने रेप और यौन हिंसा का इस्तेमाल हथियारों की तरह किया। हैरानी की बात ये है कि इन ज्यादतियों पर अंतर्राष्ट्रीय संस्थाएं चुप रहीं। मैं साढ़े तीन साल से UN में इजराइल का प्रतिनिधित्व कर रहा हूं, लेकिन मैनें कभी UN की एजेंसियों का ऐसा व्यवहार नहीं देखा।
इजराइल ने सबूत के तौर पर म्यूजिक फेस्ट में बचने वाले लोगों की गवाही के वीडियो चलाए। इनमें एक गवाह ने कहा कि हमास ने महिलओं के निजी अंगों पर गोलियां चलाईं। उनकी चेस्ट और जेनिटल एरिया में गोलियों के निशान मिले हैं।
हमास की सुरंगों को समुद्री पानी से भरेगा इजराइल
हमास के साथ जंग के बीच इजराइली सेना गाजा में सुरंगों के अंदर भूमध्य सागर का पानी छोड़ने की तैयारी कर रही है। अमेरिकी अखबार वॉल स्ट्रीट जर्नल की रिपोर्ट के मुताबिक, इसके लिए गाजा के अल-शाती अस्पताल के पास 5 बड़े वॉटर पम्प लगाए गए हैं।
इसके जरिए हर घंटे सुरंगों में हजारों क्यूबिक मीटर पानी छोड़ा जाएगा। इजराइल ने अमेरिका को भी नवंबर में इसकी जानकारी दी थी। हालांकि, ऐसा कब होगा, इसकी कोई तारीख अब तक तय नहीं की गई है।
सैटेलाइट इमेज में साउथ गाजा के दीर अल बालाह में इजराइली सेना के टैंक नजर आए…
![](https://images.bhaskarassets.com/web2images/521/2023/12/05/_1701746373.jpg)
इजराइली इंटेलिजेंस को पहले ही मिली थी हमास हमले से जुड़ी चेतावनी
हिब्रू मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, इजराइली सेना और इंटेलिजेंस को 7 अक्टूबर के हमले से पहले इस बात की जानकारी थी कि हमास एक बड़े अटैक की प्लानिंग कर रहा है। हमास याह्या सिनवार ने एक टीवी शो की तारीफ करते वक्त कहा था कि वो इस तरह के हमले की तैयारी कर रहे हैं। इसके बावजूद इजराइली इंटेलिजेंस सर्विस ने हमास को कम आंकते हुए इन चेतावनी को गंभीरता से नहीं लिया।
इजराइल के चैनल 12 न्यूज ने अपनी एक रिपोर्ट में बताया था कि जुलाई 2022 में हमास एक बड़े हमले की तैयारी कर रहा था। इंटेलिजेंस अफसरों की एक प्रेजेंटेशन में हमास के 20 स्क्वॉड साउथ इजराइल पर हमला करते नजर आए थे। रिपोर्ट में कहा गया था कि हमास अपने साथ इंजिनियरों को भी लेकर आएगा जो बॉर्डर फेंसिंग काटने में उसकी मदद करेंगे।
तस्वीरों में गाजा के हालात…
![तस्वीर साउथ गाजा की है, जहां मलबे के बीच घायलों को रेस्क्यू किया गया।](https://images.bhaskarassets.com/web2images/521/2023/12/06/hhh3_1701833545.jpg)
तस्वीर साउथ गाजा की है, जहां मलबे के बीच घायलों को रेस्क्यू किया गया।
![घायल फिलिस्तीनियों को खान यूनिस के नासेर अस्पताल लाया गया।](https://images.bhaskarassets.com/web2images/521/2023/12/06/hhh5_1701833557.jpg)
घायल फिलिस्तीनियों को खान यूनिस के नासेर अस्पताल लाया गया।
![गाजा के खान यूनिस में अपनों की मौत के बाद एक फिलिस्तीनी शोक मनाता नजर आया।](https://images.bhaskarassets.com/web2images/521/2023/12/06/hhh2_1701833566.jpg)
गाजा के खान यूनिस में अपनों की मौत के बाद एक फिलिस्तीनी शोक मनाता नजर आया।
![इजराइली हमले में घायल होने के बाद बच्चे का इलाज करते डॉक्टर।](https://images.bhaskarassets.com/web2images/521/2023/12/06/hhh4_1701833573.jpg)
इजराइली हमले में घायल होने के बाद बच्चे का इलाज करते डॉक्टर।
‘अल-अक्सा फ्लड’ के खिलाफ इजराइल का ऑपरेशन ‘सोर्ड्स ऑफ आयरन’
हमास ने इजराइल पर 7 अक्टूबर को हमला किया था। उसने इजराइल के खिलाफ अपने ऑपरेशन को ‘अल-अक्सा फ्लड’ नाम दिया। इसके जवाब में इजराइल की सेना ने हमास के खिलाफ ‘सोर्ड्स ऑफ आयरन’ ऑपरेशन शुरू किया। हमास के सैन्य कमांडर मोहम्मद दीफ ने कहा था- ये हमला यरुशलम में अल-अक्सा मस्जिद को इजराइल की तरफ से अपवित्र करने का बदला है। दरअसल, इजराइली पुलिस ने अप्रैल 2023 में अल-अक्सा मस्जिद में ग्रेनेड फेंके थे।
वहीं, हमास के प्रवक्ता गाजी हामद ने अल जजीरा से कहा था- ये कार्रवाई उन अरब देशों को हमारा जवाब है, जो इजराइल के साथ करीबी बढ़ा रहे हैं। हाल ही के दिनों में मीडिया रिपोर्ट्स में दावा किया गया था कि अमेरिका की पहल पर सऊदी अरब इजराइल को देश के तौर पर मान्यता दे सकता है।
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