ऋषभ चौरसिया/लखनऊ: मानव शरीर को विभिन्न प्रकार की त्वचा समस्याओं से निपटना पड़ता है, जिनमें से कुछ सामान्य होते हैं जो मौसम के परिवर्तन और गलत आहार के कारण होते हैं, जबकि कुछ समस्याएं ऐसी होती हैं जो समाज में असहजता पैदा करती है और व्यक्ति के आत्मविश्वास को कम करती है. आपने देखा होगा कि कई लोगों के शरीर पर व्हाइट स्पॉट्स होते हैं, जिन्हें आम भाषा में सफेद दाग भी कहा जाता है. इस समस्या से आज के समय में काफी लोग जूझ रहे हैं. आपको जानकर हैरानी होगी कि ये सफेद दाग शरीर में हार्मोनल परिवर्तनों और गलत खान-पान के कारण हो सकता है.
लखनऊ, राजकीय आयुर्वेद महाविद्यालय चिकित्सालय के प्राचार्या अधीक्षक एवं डीन प्रो. माखन लाल ने बताया कि कोई भी स्किन समस्या तभी होती जब हमारे खानपान या दिनचर्या में बदलाव आता है. बात अगर मानव शरीर पर होने वाले सफेद दाग की करें,जिसे मेडिकल साइंस में विटिलिगो की प्रॉब्लम भी कहा जाता है,जब भी किसी इंसान के शरीर में मेलेनोसाइट्स यानी स्किन का रंग बनाने वाली कोशिकाएं नष्ट हो जाती है, तो उसे विटिलिगो या सफेद दाग की बीमारी हो जाती है जबकि,ये बीमारी जेनेटिक भी हो सकती है.
सफेद दाग होने के अलग-अलग कारण
प्रो. माखन लाल के मुताबिक, सफेद दाग होने के अलग-अलग कारण हो सकते हैं.इनमें शरीर में रोग प्रतिरोधक क्षमता या मेलेनिन (त्वचा के रंग को बनाए रखने वाली कोशिकाएं) की कमी, अधिक मात्रा में खट्टा खाना,जंक फूड का सेवन, और अधिक मात्रा में पनीर और नमक का एक साथ सेवन करना,विटिलिगो संक्रमण हो सकते हैं.
ठीक नहीं किया जा सकता
प्रो. माखन लाल ने बताया कि लोग समझते सफेद दाग (विटिलिगो) को ठीक नहीं किया जा सकता,लेकिन ऐसा नहीं है.आज, इस रोग को पूरी तरह से ठीक करने के लिए विभिन्न इलाज और थेरेपियों की सुविधा है.ब्लड प्यूरिफाई करने वाले पदार्थों का सेवन,अधिक मात्रा में अचार और सिरके का परहेज,और प्राकृतिक औषधियों, होम्योपैथी, और आयुर्वेदिक उपचार इस समस्या को निजात दिलाने में मदद कर सकते हैं.
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FIRST PUBLISHED : February 25, 2024, 09:57 IST