गलती मेडिकल कॉलेज की, परेशान हो रहे छात्र: मेडिकल छात्रों ने पैथोलॉजी विभाग में किया हंगामा

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कानपुर35 मिनट पहले

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पैथोलॉजी विभाग में हंगामा करते छात्र-छात्राएं। - Dainik Bhaskar

पैथोलॉजी विभाग में हंगामा करते छात्र-छात्राएं।

GSVM मेडिकल कॉलेज की लापरवाही मेडिकल छात्रों के लिए मुसीबत बनती जा रही है। कॉलेज प्रशासन द्वारा की गई गलती का खामियाजा डीएमएलटी के छात्र-छात्राओं को भुगतना पड़ रहा है। अभी तक रिजल्ट ना आने से नाराज छात्र-छात्राओं ने सोमवार को जीएसवीएम मेडिकल कॉलेज के पैथोलॉजी विभाग में हंगामा करते हुए परिणाम जल्द जारी करने की मांग की। उन्होंने कहा कि यदि समय पर परिणाम घोषित नहीं हुआ तो प्रदर्शन और उग्र होगा।

कॉलेज प्रशासन ने उत्तर पुस्तिका देर से भेजी
उत्तर प्रदेश के बेहतर चिकित्सा के लिए जीएसवीएम मेडिकल कॉलेज समेत पूरे प्रदेश के मेडिकल कॉलेजों में डीएमएलटी की परीक्षा जून माह में कराई गई थी। इसके बाद परीक्षा की उत्तर पुस्तिकाओं को जीएसवीएम मेडिकल कॉलेज की तरफ से स्टेट मेडिकल फैकल्टी को समय पर नहीं भेजा गया। इस कारण छात्र-छात्राओं का परिणाम रोक दिया गया। आरोप है कि ऐसे में कॉलेज प्रशासन की तरफ से भी कोई कार्रवाई नहीं की गई। इसके कारण कॉलेज के 25 छात्र-छात्राओं का भविष्य खतरे में पड़ा है। रिजल्ट जारी नहीं होने की वजह से छात्र-छात्राएं काफी परेशान है और कई बार कॉलेज प्रशासन से इसकी शिकायत भी कर चुके है, मगर सभी ने आश्वासन देने के अलावा और कुछ नहीं किया।

प्राचार्य से मिलने भी नहीं दिया

छात्र-छात्राओं का आरोप है कि कई बार प्राचार्य प्रो. संजय काला से मुलाकात कर अपनी समस्या बताने का प्रयास किया। मगर ऑफिस में मौजूद स्वास्थ्य अधिकारियों व कर्मचारियों ने उनको प्राचार्य से मिलने नहीं दिया। छात्र-छात्राओं ने सोमवार को पहले मेडिकल कॉलेज के प्राचार्य से मुलाकात करने का प्रयास किया था, जब नहीं मिलने दिया गया तो छात्र-छात्राओं ने पैथोलॉजी विभाग में हंगामा करना शुरू कर दिया। डीएमएलटी छात्र अरुण, नितिश, विशेष, रामनिवास, प्रदीप, विवेक, मंजू, एलिशा, स्वेता, पूजा, अनमिका, संध्या समेत अन्य छात्र-छात्राओं ने बताया कि उन्होंने सत्र 2019-20 में दो वर्षीय पाठ्यक्रम डीएमएलटी में दाखिला लिया था। वर्तमान में करीब चार वर्ष हो गए है, लेकिन परीक्षाफल घोषित करने व में कॉलेज प्रशासन की उपेक्षा से छात्रों का भविष्य दांव पर लगा है।
अपनी मनमानी से कराते है परीक्षा
डीएमएलटी के छात्र-छात्राओं का आरोप है कि परीक्षा सत्र को कॉलेज प्रशासन अपने अनुसार कराते है। इससे परीक्षा देर से होती है और फिर उत्तर पुस्तिका भी समय पर नहीं पहुंच पाती है। इसका खामियाजा छात्र उठाते है। वर्तमान में कॉलेज प्रशासन द्वारा अंतिम परीक्षा की कॉपी समय से नहीं भेजे जाने के कारण उत्तर प्रदेश स्टेट मेडिकल फैकल्टी द्वारा उत्तर पुस्तिकाओं के मुल्यांकन से इंकार कर दिया गया है, जिससे परिक्षार्थी असमंजस में है। वहीं, कॉलेज प्रशासन व उत्तर प्रदेश स्टेट मेडिकल फैकल्टी की नूरा कुस्ती के कारण परीक्षाफल घोषित होने में काफी विलम्ब हो चुका है। मांग है कि भविष्य को देखते हुए परीक्षाफल घोषित किया जाए।
कॉलेज ने निर्देशों का किया उल्लंघन
नियमानुसार परीक्षा खत्म होने के एक घंटे के अंदर उत्तर पुस्तिकाओं को एक सील्ड पैकेट बनाकर पंजीकृत डाक या आरएमएस के द्वारा भेजा जाता हैं, लेकिन जीएसवीएम मेडिकल कॉलेज समेत प्रदेश के 14 ऐसे कॉलेज है, जिन्होंने उत्तर प्रदेश स्टेट मेडिकल फैकल्टी के निर्देशों का उल्लंघन किया है। यह जानकारी मेडिकल एजुकेशन उत्तर प्रदेश ने अपने ऑफिशियल ट्वीटर अकाउंट में ट्वीट के माध्यम से भी दी थी, जिसमें लिखा था कि परीक्षा संबंधित जरूरी निर्देशों का पालन न करने पर संबंधित केंद्रों को उत्तर प्रदेश स्टेट मेडिकल फैकल्टी ने फटकार लगाई और विधिक कार्रवाई के लिए उनको नोटिस जारी की हैं। वहीं, दोबारा मूल्यांकन से भी इंकार कर दिया था। जबकि शासन के इस कार्रवाई से मेडिकल कॉलेज को कम छात्र-छात्राओं को अधिक नुकसान उठाना पड़ रहा है।

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