गया से अयोध्या मंगवाया गया भगवान विष्णु के चरण का नीर, फल्गु का जल और बालू

कुंदन कुमार/गया : अयोध्या में 22 जनवरी को रामलला की प्राण प्रतिष्ठा भव्य रूप से की जाएगी. प्राण प्रतिष्ठा समारोह को इतिहास के पन्नों में दर्ज करने के लिए प्रभु श्रीराम की मूर्ति का जलाभिषेक देश के प्रमुख तीर्थों की पवित्र नदियों से जल को एकत्र किया जाएगा. बिहार के गया स्थित विश्व प्रसिद्ध विष्णुपद मंदिर से भगवान विष्णु के चरण का नीर और मोक्षदायिनी फल्गु नदी का जल और बालू अयोध्या भेजा जा रहा है.

गया तीर्थ विष्णुपद मंदिर के गर्भगृह में स्थित भगवान श्री विष्णु चरण का नीर और फल्गु के जल से अयोध्या में भगवान श्रीराम जल निवास करेंगे. फिर जल निवास के बाद रामलला की प्रतिमा की प्राण प्रतिष्ठा की जाएगी. विश्व प्रसिद्ध विष्णु पद मंदिर और भगवान श्रीराम के गया आने की महता को देखते हुए यहां से भगवान विष्णु के चरण का नीर और फल्गु नदी का जल व बालू अयोध्या मंगवाया गया है.

गयाजी में प्रभु श्रीराम ने पिता दशरथ का किया पिंडदान
गौरतलब हो कि भगवान राम गयाजी को आए थे.अपने पिता राजा दशरथ का पिंडदान किया था. इसके अलावा भगवान राम, माता सीता और लक्ष्मण से जुड़ी कई पौराणिक कथाएं विभिन्न शास्त्रों-पुराणों में वर्णित है. गया विष्णुपद तीर्थ धाम से भगवान विष्णु के चरण का नीर, फल्गु का जल और बालू मंगाया गया है. तो इसे लेकर शुक्रवार की सुबह को गया विष्णुपद में कलश यात्रा निकाली गई. कलश यात्रा में भगवान विष्णु के चरण का नीर लिया गया है. वहीं, फल्गु का जल भर गया. वहीं, अंतः सलिल फल्गु का बालू भी लिया गया.

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यह सब जाएगा अयोध्या
तीर्थ से भगवान विष्णु चरण का नीर, फल्गु का जल और फल्गु का बालू लेकर शुक्रवार की संध्या को प्रस्थान करने वाले टीम में शामिल अनिल स्वामी ने बताया कि हमें यह मौका मिला है. गया विष्णुपद तीर्थ से भगवान विष्णु के चरण का नीर, फल्गु का जल, फल्गु का बालू लेकर अयोध्या जाना है. आज हम लोगों ने इसे लेकर कलश यात्रा निकाली है. इसके बाद पटना महावीर मंदिर जाएंगे. वहां से कई तीर्थ का जल लेकर हम लोग बक्सर होते हुए अयोध्या के लिए प्रस्थान करेंगे.

अयोध्या से यह सब लाने आया आदेश
अनिल स्वामी ने बताया कि इन्हीं तीर्थ के जल में भगवान जल निवास करेंगे और जल निवास करने के बाद अयोध्या राम मंदिर में भगवान रामलला की प्राण प्रतिष्ठा की जाएगी. वहीं कलश यात्रा में शामिल गया पाल पंडा मणिलाल बारिक ने बताया कि हमें भी अयोध्या में भगवान विष्णु के चरण का नीर, फल्गु का जल, बालू लेकर आने को कहा गया है. अयोध्या में भगवान राम के प्राण प्रतिष्ठा के निमित देश के बड़े तीर्थ विष्णुपद मंदिर से भगवान विष्णु के चरण से जल लेकर अयोध्या प्रस्थान करेंगे. भगवान राम गया को आए थे, यह प्रमाणित है. ऐसे में यहां के भगवान विष्णु चरण का जल, फल्गु का जल, फल्गु की मिट्टी अयोध्या मंगाई गई है.

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