गया के रुद्र ने आर्चरी में लगाया गोल्ड पर निशाना, ओलंपिक जीतने का है सपना

कुंदन कुमार/गया : खेलो इंडिया एनटीपीसी बिहार सिटी ओपन आर्चरी टूर्नामेंट के अंडर-14 बॉयज कैटेगरी के रिकर्व राउंड में गया के रहने वाले रुद्र प्रताप सिंह ने गोल्ड मेडल पर कब्जा जमाया है. रुद्र प्रताप सिंह ने फाइनल में पटना के रहने वाले आदित्य कुमार को हराकर गोल्ड पर निशाना लगाया.

गौरतलब हो कि रुद्र बोधगया के रहने वाले हैं. उनकी इस उपलब्धि पर कोच अमित कुमार बधाई दी है. रुद्र इनके निर्देशन में बेहतरीन प्रदर्शन कर रहें हैं. रुद्र दूबहल स्थित डीपीएस में पांचवीं क्लास का छात्र है. बता दें कि यह टूर्नामेंट बिहार आर्चरी एसोसिएशन के द्वारा 17 मार्च को पटना के पाटलिपुत्र स्पोर्ट्स कांप्लेक्स कंकड़बाग में आयोजित किया गया.

हाथ और पैर दोनों से साधते हैं निशाना
इस चैंपियनशिप में राज्य भर के 100 से अधिक तीरंदाज भाग लिए थे. लेकिन इन्होंने अंडर 14 बॉयज कैटेगरी में यह कारनामा किया है. रुद्र के इस उपलब्धि पर उनके पिता राकेश कुमार ने खुशी व्यक्त करते हुए कहा कि रुद्र एक दिन भारत के लिए खेलते हुए ओलंपिक में मेडल लाएगा और इसके लिए वह अभी से ही तैयारी में जुटा हुआ है. वह लगातार मेहनत कर रहा है. बता दें कि रुद्र पिछले 2 साल से तीरंदाजी कर रहे हैं और उनकी तीरंदाजी देखकर हर कोई हैरान रह जाता है. रुद्र हाथ हीं नहीं बल्कि पैर से भी तीर चलाते हैं और सटीक निशाना लगाते हैं.

योगा में 150 से अधिक आसन पर महारथ हासिल
रुद्र के बारे में बता दें तो वह तीरंदाजी के अलावे योगा भी करते है और 150 से अधिक आसन पर महारथ हासिल है. इनके योगा देखकर भी लोग भौचक्के रह जाते हैं. रूद्र अपनी सामान्य और सीधी तीरंदाजी के लिए नहीं बल्कि पैरों से निशाना लगाने को लेकर फेमस है. पैरों से निशाना लगाना आसान नहीं होता, उसपर भी यह नन्हा खिलाड़ी आंखों में पट्टी बांधकर निशाना लगाता है. रूद्र जब निशाना लगाता है तो देखने वालों की आंखें फटी की फटी रह जाती है.

कई वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल
कई लोग निशाना लगाना तो दूर हाथ से कमान भी ठीक से नहीं खींच पाते. लेकिन रुद्र अपने पैरों से धनुष चलाकर सटीक निशाना लगाते हैं. रुद्र अपने पैरों में धनुष और तीर को फंसाते है. फिर योगा करते हुए हाथों के बल खड़े होते हैं और पैरो से निशाना साधते हैं. गुब्बारे पर उनका निशाना एकदम सही लग जाता है. इनके कई वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हुआ है और करोड़ों लोगों ने देखा है. पैर से तीरंदाजी के वीडियो पर लाखों लोगों ने इन्हें इस करतब के लिए सराहना की है.

ओलंपिक में तीरंदाजी कर गोल्ड मेडल लाना है सपना
शुरुआत के दिनों में रुद्रा अपने पिता राकेश कुमार से योगा और तीरंदाजी सीखा लेकिन पिछले 1 साल से वह गया आईटीआई के समीप अपने तीरंदाज कोच अमित कुमार से तीरंदाजी के गुर सीख रहें हैं. इन्होंने तीरंदाजी और योग में अपनी अलग पहचान बनाई है.

इन्होंने इंटर स्कूल डिस्ट्रिक्ट लेवल में कई बार मेडल लाया है. रुद्र बताते हैं कि उनका सपना है कि वह ओलंपिक में तीरंदाजी करें और गोल्ड मेडल लाकर अपने देश का नाम रोशन करें. इसके लिए वह अभी से ही तैयारी में जुटे हुए हैं.

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