गणतंत्र के स्‍पेशल 26: दुश्‍मनों के लिए दहशत है राफेल, विमान में लगी हैं घातक मिसाइलें

गणतंत्र के स्‍पेशल 26: दुश्‍मनों के लिए दहशत है राफेल, विमान में लगी हैं घातक मिसाइलें

कुछ विमान हमारे गणतंत्र दिवस परेड की शान होते हैं, उनमें राफेल सबसे आगे

खास बातें

  • फ़ाल एक फ्रांसीसी शब्द है जिसका मतलब है ‘आंधी’ या ‘हवा का झोंका’.
  • रफ़ाल को साल 2019 में भारतीय वायुसेना में शामिल किया गया था.
  • रफ़ाल विमान न्यूक्लियर हथियारों को ले जाने में भी सक्षम है.

नई दिल्‍ली :

रफ़ाल लड़ाकू विमान (Rafale Fighter Jet) में भारतीय सेना (Indian Army) की ताकत में इजाफा किया है, इसमें कोई दो राय नहीं है. इस समय भारत के दुश्‍मनों के लिए रफ़ाल किसी दहशत से कम नहीं है. रफ़ाल की चर्चा आपने सुनी तो खूब होगी, लेकिन इस फ्रेंच लड़ाकू विमान के बारे में कई दिलचस्प और हम जानकारियां हम आपको दे रहे हैं. हवा से हवा, हवा से जमीन पर हमले के साथ परमाणु हमला करने में सक्षम है रफ़ाल. वहीं बेहद कम ऊंचाई पर उड़ान के साथ हवा से हवा में भी मिसाइल दाग सकता है ये विमान.  

रफ़ाल मतलब ‘आंधी’

यह भी पढ़ें

रफ़ाल एक फ्रांसीसी शब्द है जिसका मतलब है ‘आंधी’ या ‘हवा का झोंका’… एशिया का यह सबसे ताकतवर लड़ाकू विमान वाकई किसी आंधी की तरह उड़ता है. इसलिए इस विमान से दुश्‍मन दहशत में आत जाते हैं. यह वह विमान है, जिसने भारत की सरहदों को अभेद्य बनाया है. रफ़ाल के शामिल होने से सेना की ताकत में यकीनन इजाफ हुआ है, इसे भारत के दुश्‍मन भी मानते हैं.  

गणतंत्र दिवस परेड की शान 

भारतीय सेना के जो कुछ विमान हमारे गणतंत्र दिवस परेड की शान होते हैं, उनमें रफ़ाल सबसे आगे है. रफ़ाल विमान आसमान को जब चीरकर आगे बढ़ता है, तो इसे देखना बेहद रोमांचक होता है. इसकी गर्जना भी लोगों के कदम रोक लेती है. भारतीयों में इसकी गर्जना सुनकर गर्व की अनुभूति होती है.  

4.5 पीढ़ी का डबल इंजन वाला लड़ाकू विमान

साल  2019 में इसे भारतीय वायुसेना में शामिल किया गया था. ये 4.5 पीढ़ी का डबल इंजन वाला लड़ाकू विमान है. रफाल इसलिए भी खास है कि यह एक साथ कई रोल निभा सकता है. हवा में चौकसी करने के अलावा यह दुश्‍मन की सीमा में दूर तक घुसकर बम गिरा सकता है. इसकी रफ्तार इतनी तेज है कि दुश्‍मन बस सोचता ही रह जाता है और ये अपना काम करके निकल जाता है. 

न्यूक्लियर हथियार ले जाने में सक्षम

रफ़ाल विमान न्यूक्लियर हथियारों को ले जाने में भी सक्षम है. इसकी रफ्तार करीब 1400 किलोमीटर प्रति घंटा है. इसमें 14 हार्ड पॉइंट बने हुए है. इसमें जरूरत के हिसाब से इतने मिसाइल बम या फिर रॉकेट लगाए जा सकते हैं. यह 9 टन से ज्यादा पेलोड लेकर जा सकता है. इसे आप गेम चेंजर भी कह सकते हैं. दरअसल, ये विमान किसी पूरी जंग का रुख पलटने की क्षमता रखता है. 

रफ़ाल में लगी है दुनिया की सबसे घातक मिसाइल

रफ़ाल विमान में तीन तरह की मिसाइल हैं- हवा से हवा में मार करने वाली मिटियोर मिसाइल, हवा से जमीन में मार करने वाली स्कैल्प मिसाइल और तीसरी है देसी मिसाइल अस्त्र. यह दुनिया की सबसे घातक कही जाने वाली मिटियोर मिसाइल की रेंज है. 150 किलोमीटर तो स्कैल्प की रेंज है, करीब 500 किलोमीटर. वहीं, अस्त्र एक ऐसी मिसाइल है, जो किसी भी तरह की रेंज में हमला करने में सक्षम है. यह 10 किलोमीटर से लेकर 110 किलोमीटर तक मार करने में सक्षम है.

भारतीय वायु सेवा में फिलहाल रफ़ाल के दो स्क्वाड्रन हैं, जो देश की उत्तरी और पश्चिमी सीमाओं की सुरक्षा के लिए तैनात है. अपनी पहुंच और मारक क्षमता की वजह से रफ़ाल भविष्य के युद्ध में अहम भूमिका निभाएगा. 

ये भी पढ़ें :- Video: कैसे भारतीय नौसेना ने अरब सागर में हाईजैक जहाज को सुरक्षित निकाला? 

Source link

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *