कमल पिमोली/ श्रीनगर गढ़वाल. पहाड़ों में स्वास्थ्य सुविधाएं सबसे बड़ी चुनौती बनी रहती हैं. समय पर मरीज को इलाज उपलब्ध कराने के लिए उत्तराखंड स्वास्थ्य विभाग द्वारा तमाम प्रयास किए जा रहे हैं. इसी क्रम में श्रीनगर गढ़वाल स्थित बेस अस्पताल में एंडोस्कोपी मशीन लगाई गई है, जिसका लाभ गढ़वाल क्षेत्र के 4 पहाड़ी जिलों के मरीजों को मिलेगा. अब तक मरीजों को एंडोस्कोपी जांच के लिए देहरादून या फिर दिल्ली का चक्कर काटना पड़ता था. गढ़वाल क्षेत्र के हायर सेंटर यानी श्रीनगर के बेस अस्पताल में स्वास्थ्य सुविधाओं का विस्तार किया जा रहा है. इसी के तहत अब अस्पताल को 92.83 लाख की लागत से एंडोस्कोपी मशीन की सौगात मिली है.
बेस अस्पताल के एमएस डॉ. अजेय विक्रम ने जानकारी देते हुए कहा कि एंडोस्कोपी यूनिट बनने से अब मरीजों को किसी तरह की दिक्कत नहीं होगी. गढ़वाल क्षेत्र में पहली बार एंडोस्कोपी यूनिट स्थापित की गई है. डॉ विक्रम ने कहा कि पहले मरीजों को एंडोस्कोपी के लिए महानगरों के चक्कर काटने पड़ते थे. अब इससे गढ़वाल क्षेत्र के चमोली, पौड़ी, टिहरी और रुद्रप्रयाग की एक बड़ी आबादी को लाभ मिलेगा.
आयुष्मान कार्ड से होगी मुफ्त जांच
डॉ. अजेय विक्रम ने आगे कहा कि निजी अस्पतालों में एंडोस्कोपी जांच के लिए 7 से 10 हजार रुपए तक खर्च करने पड़ते हैं. बेस अस्पताल में रियायती सरकारी फीस पर एंडोस्कोपी जांच होगी. वहीं आयुष्मान कार्ड से मुफ्त में जांच की जाएगी. मरीजों को बेहतर स्वास्थ्य सुविधा उपलब्ध कराने के लिए स्वास्थ्य मंत्री द्वारा लगातार मॉनिटरिंग की जाती है.
क्या है एंडोस्कोपी ?
एंडोस्कोपी जांच में डॉक्टर शरीर के भीतर आंतों को स्पष्ट तौर पर देखने के लिए एक ट्यूब का उपयोग करते हैं. आसान शब्दों में कहा जाए तो जब डॉक्टर एंडोस्कोपी जांच कराने को कहते हैं, तो उसका मतलब यह होता है कि आपके पाचन तंत्र को एक लचीले एंडोस्कोप से देखा जाता है. कई लोगों को यह भी भ्रम रहता है कि एंडोस्कोपी दर्दनाक अथवा असुरक्षित जांच है, लेकिन यह न तो दर्दनाक होती है न ही असुरक्षित, हालांकि कई बार मरीज को असहजता हो सकती है, लेकिन यह आंतों व पेट की जांच के लिए उपयुक्त माध्यम है.
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FIRST PUBLISHED : February 19, 2024, 18:40 IST