गजब नाइंसाफी… भेड़-बकरी की तरह 3 कमरे में ठूंसे रहते हैं तीन स्कूल के बच्चे

उधव कृष्ण/पटना. बिहार में शिक्षा व्यवस्था को दुरुस्त करने के लिए पिछले कुछ महीनों में जहां 2 लाख से अधिक शिक्षकों की बहाली की गई है, वहीं विभागीय स्तर पर पठन-पाठन को दुरुस्त करने के लिए कई कड़े नियमों का  भी पालन करवाया जा रह है. बावजूद बिहार में अभी पठन-पाठन की व्यवस्था कई स्कूलों में बेपटरी ही है. खासतौर से उन्हें स्कूलों में, जहां पर भवन की कमी है. वहां भेड़-बकरी की तरह बच्चों को कमरे में रखा जाता है और पढ़ाई की खानापूरी की जाती है. इसका एक नमूना बुधवार को राजधानी पटना के फतुहा स्थित एक प्राथमिक विद्यालय में देखने को मिला. यह विद्यालय फतुहा प्रखंड परिसर स्थित प्रखंड कॉलोनी में है. जहां 6 कमरे के भवन में ना सिर्फ 3 स्कूल चलते हैं, बल्कि एक ही समय में तीनों स्कूल संचालित भी होते हैं.

एक ही समय में संचालित होने से छात्रों को बैठने में मुश्किलों का सामना करना पड़ता है. इतना ही नहीं, बच्चों को इस ठंड के मौसम में जमीन पर खुले बरामदे में बैठना पड़ता है. बच्चों को बैठने को लेकर हर रोज इन स्कूलों के शिक्षकों के बीच खींचतान भी होती है. बीते बुधवार को भी बच्चों को बरामदे में बैठने को लेकर दो अलग-अलग विद्यालय के शिक्षक खींचतान करते नजर आए.

यह भी पढ़ें- ठंड में कुर्सी पर धूप सेंक रही थी टीचर, अचानक स्कूल पहुंच गए DM, फिर हुआ ये

कुछ ही दूरी पर है बीआरसी भवन
बिहार राज्य प्राथमिक शिक्षक संघ के कार्यकारी अध्यक्ष मनोज कुमार की माने तो इस विद्यालय से कुछ ही दूरी पर बीआरसी (ब्लॉक रिसोर्स सेंटर) स्थित है. लेकिन, बीआरसी द्वारा इस समस्या का हल नहीं निकाला जा रहा है. दरअसल, प्राथमिक विद्यालय, प्रखंड कॉलोनी में छह कमरे हैं. इस विद्यालय में स्टेशन रोड स्थित प्राथमिक विद्यालय के साथ-साथ नवीन भारती मध्य विद्यालय भी शिफ्ट किया गया है. अब तीनों स्कूल को मिलाकर करीब 500 बच्चे हैं.

6 में 3 कमरों में कार्यालय
तीनों स्कूल के शिक्षक अलग-अलग तीन कमरों में कार्यालय और गोदाम बना रखे हैं. मात्र 03 कमरों में ही पठन-पाठन का काम होता है. 5वीं से 8वीं तक के बच्चे तो कमरे में बेंच पर अपनी सीट कन्फर्म कर लेते हैं, लेकिन जूनियर बच्चे बरामदे में ही बैठने को मजबूर हैं .

जगह को लेकर होती है खींचतान
बीते बुधवार को स्कूल का अतिरिक्त सामान रखे रहने के कारण तीन कमरों में ताला लगा दिया गया. इसी बात को लेकर नवीन भारती मध्य विद्यालय के एक शिक्षक का प्राथमिक विद्यालय, प्रखंड कॉलोनी के प्रभारी जनार्दन प्रसाद से विवाद हो गया. इस बाबत शिक्षक ने वरीय पदाधिकारियों को कई बार पत्र लिखा है, पर अभी तक किसी ने सुध नहीं ली है.

Tags: Bihar News, Education news, Local18, PATNA NEWS

Source link

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *