‘खेल’ अभी बाकी है…रोटी और पेट की बात से मांझी का बड़ा इशारा, बढ़ा दी NDA की टेंशन!

हाइलाइट्स

हम’को एक रोटी से पेट नहीं भरता, इसलिए दो रोटी की मांग कर रहे-मांझी.
12 फरवरी के बाद भी बिहार में बनी रहेगी नीतीश सरकार-जीतन राम मांझी.

राजीव रंजन विमल/पटना. बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी ने यह स्पष्ट कर दिया है कि उनके बेटे संतोष कुमार सुमन को दिए गए मंत्री पद से वह बहुत ज्यादा खुश नहीं हैं. ऐसे में उनकी मांग है कि उन्हें दूसरा कोई विभाग का मंत्री पद का मिलना चाहिए. उन्होंने साफ तौर पर सरकार में दो मंत्री पद की मांग की और उदाहरण देते हुए मनचाहा विभाग के बारे में भी इशारा किया. मांझी ने कहा कि हम सड़क भी बनवा सकते हैं और हम नाली भी बनवा सकते हैं. हम हर वह काम कर सकते हैं जो कोई और कर सकता है. उनका इशारा पथ निर्माण विभाग की ओर था.

जीतन राम मांझी ने कहा है कि ये घर की बात है, हमको एक रोटी से पेट नहीं भरता है, हम दो तीन रोटी की मांग करेंगे ही. हम अपने नेता से मांग कर रहे हैं. पूर्व सीएमने यह कहा है कि कम से कम दो रोटी दीजिए, क्योंकि हम गरीब की राजनीति करते हैं, इसलिए ऐसा विभाग मिले कि हम अपने ग्रामीण क्षेत्र में काम कर सकें. जीतन राम मांझी ने कहा कि हमने अपने नेता के सामने यह मांग रखी है, अब देना ना देना उनके ऊपर है.

जीतन राम मांझी ने यह भी कहा कि, ये सोच लीजिए कि नहीं भी देंगे तो हम कोई अप्रिय बात नहीं कहेंगे. जहानाबाद में न्यूज 18 से बात करते हुए मांझी ने कहा कि हमने स्पष्ट रूप से पहले भी कहा है कि जो विभाग मुझे मिलता आया है, वही विभाग मेरे बेटे को भी मिला है यह सही नहीं है. हम दो मंत्री पद की मांग कर रहे हैं. ऐसे में अपने घर में मांग नहीं रखेंगे तो और किनके सामने रखेंगे.

हिंदुस्तानी आवाम मोर्चा यानी (HAM) से 2 मंत्री की मांग पर बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी ने कहा, “मैं गांव से आता हूं, शहर से मेरा कोई मतलब नहीं रहता है. मैं 43 साल से काम कर रहा हूं. लोगों को मुझसे उम्मीद रहती है कि कुछ काम मैं कर दूं. यदि मुझे कोई मंत्रालय मिल जाए तो और काम हो सकता है. हमेशा मैं एक ही विभाग देखता रहूं ये अच्छा नहीं लगता है. हमारे मन में आता है कि जान बूझकर हमारे समाज को नजरअंदाज किया जा रहा है.

हालांकि, इसके साथ ही मांझी ने उन्होंने यह भी कहा कि ये कोई रंजिश नहीं है. इसके कारण समर्थन देने और लेने का कोई फर्क नहीं आता है. हम नीतीश जी और एनडीए के साथ हैं और रहेंगे. 12 फरवरी को जो फ्लोर टेस्ट होगा उसमें डट कर हम एनडीए का साथ देंगे. एनडीए की सरकार का विधानसभा में फ्लोर टेस्ट जो होना है, वह निश्चित रूप से सफल होगा, क्योंकि इसमें कहीं किसी को कोई किंतु परंतु का प्रश्न ही नहीं उठता है. बिहार में एनडीए की नई सरकार कायम रहेगी.

बता दें कि बिहार की बदली राजनीति में जीतन राम मांझी बेहद अहम किरदार हैं. उनकी पार्टी हिंदुस्तानी आवाम मोर्चा के चार विधायकों पर महागठबंधन और एनडीए, दोनों की निगाह है. घोषित तौर पर मांझी तो एनडीए में हैं, लेकिन तेजस्वी यादव के इस बयान के बाद कि खेल अभी बाकी है… को लेकर सबसे अधिक मांझी के रुख को टटोला जा रहा है. इसी बीच मांझी की नाराजगी भी सामने आ चुकी है.

'खेल' अभी बाकी है...रोटी और पेट की बात से मांझी का बड़ा इशारा, बढ़ा दी NDA की टेंशन!

दरअसल, 243 सदस्यीय विधान सभा में राजद, कांग्रेस और वाम दल मिलाकर महागठबंधन के पास 114 विधायक हैं. माना जा रहा है कि एआईएमआईएम और एक निर्दलीय विधायकों के समर्थन से यह 116 तक पहुंच सकता है. वहीं मांझी के चार विधायक मिल जाएं तो 120 का आंकड़ा पहुंच जाएगा. हालांकि, बहुमत की 122 की संख्या से यह अभी भी दो कम है. लेकिन कहा जा रहा है कि जदयू के कुछ विधायक विधानसभा से गैर हाजिर रहकर तेजस्वी की राह आसान कर सकते हैं. खास बात यह है कि स्पीकर राजद कोटे के अवध बिहारी चौधरी हैं.

हालांकि, एनडीे खेमा मजबूत दिख रहा है क्योंकि अभी उनके पास 128 विधायकों का समर्थन है जो कि बहुमत से 6 अधिक है, लेकिन अगर जीतन राम मांझी की नाराजगी यूं ही बरकार रही और हम के 4 विधायकों के इधर से उधर होने की स्थिति में बिहार में सियासत का समीकरण अचानक चेंज होने की संभावना बढ़ जाएगी. ऐसे में मांझी को  मनाने और साथ में रखने के लिए एनडीए खेमा भी लगातार एक्टिव है. मांझी बार-बार कह भी रहे हैं कि हैं कि वह एनडीए के साथ हैं. लेकिन सियासत है भाई… तेजस्वी के शब्दों में ही कहें तो … खेल अभी बाकी है!

Tags: Bihar NDA, Bihar News, Bihar politics, CM Nitish Kumar, Former CM Jitan Ram Manjhi, Mahagathbandhan, RJD leader Tejaswi Yadav, Tejashwi Yadav

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