खेत से बरामद शव.. मृतक का एक फोन कॉल! कत्ल की कहानी में जबरदस्त मोड़

नई दिल्ली :

दो दिन पहले, यानि 26 जनवरी की सुबह आंध्र प्रदेश के पूर्वी गोदावरी जिले में स्थानीय पुलिस एक बुरी तरह झुलसा शव बरामद करती है. मौका-ए-वारदात की पड़ताल के बाद इस शव की पहचान अनाज व्यापारी केतमल्ला पुसैय्या के तौर पर होती है. पुलिस फौरन उसके घर वालों को वारदात की खबर करती है, साथ ही उसके शव को पोस्टमॉर्टम के लिए ले जाती है. मगर इसी बीच मृतक के परिवार में एक फोन आता है. ये फोन उसी शख्स का था, जिसकी जली हुई लाश पुलिस ने अभी-अभी पोस्टमॉर्टम के लिए भिजवाई थी…

शख्स, अपने परिवार वालों को बताता है कि, वो जिंदा है… और इस वक्त राजमहेंद्रवरम ग्रामीण मंडल में पिडिमगोय्या के पास एक खेत में बुरी तरह जख्मी हालत में पड़ा है. ये बात सुनकर उसके परिवार वाले फौरन उसे लेने बताए गए स्थान पर पहुंचे, जहां वो गंभीर रूप से घायल पड़ा हुआ था.

बाद में जब पुलिस को इसकी इत्तला की गई, तो पुलिस खुद भी हैरत में थी. अभी-अभी जिस जली हुई शव को पुलिस ने गोदावरी जिले बरामद किया था, उसने खुद अपने परिवार वालों को कॉल करके अपनी जीवित होने का प्रमाण दिया था और अब वो जिंदा हालत में पुलिस के सामने खड़ा था.

ऐसे में अब पुलिस ने उससे मामले में पूछताछ शुरू की, तो मालूम चला कि असल में बीती रात वो गोदावरी जिले में स्थित अपने खेत के पास लगे बिजली ट्रांसफार्मर के करीब मौजूद था, तभी उसने वहां तीन अज्ञात युवकों को देखा, जो एक अन्य व्यक्ति के शरीर पर पेट्रोल छिड़ककर आग लगा रहे थे. ऐसे में उसने उन्हें रोकने की कोशिश की, मगर तीनों ने उसे पकड़ लिया और उसके साथ बुरी तरह मारपीट करने लगे, जिसमें उसका एक जूते वहीं गिर गए.

बाद में तीनों युवक को ऑटो में बैठाकर एक सुनसान जगह पर ले गए, जहां उसकी जमकर पिटाई जिसमें वो बेहोश हो गया.  बाद में जब उसे होश आया, तो उसने खुद को राजमहेंद्रवरम ग्रामीण मंडल में पिडिमगोय्या के पास एक खेत में पड़ा पाया, जिसके बाद उसने वहां से गुजरते एक राहगीर को रोका और अपने रिश्तेदारों को फोन करने के लिए उसका मोबाइल लिया, जिसके बाद उसने परिवार वालों के साथ इस पूरी घटनाक्रम को बयां किया.

वहीं इस मामले में रंगमपेट पुलिस स्टेशन के एक पुलिस अधिकारी ने बताया कि, 26 जनवरी की सुबह ग्रामीणों को अनाज व्यापारी केतमल्ला पुसैय्या के खेत में एक शव पड़ मिला, जिसके बाद पुलिस को फोन कर इसकी इत्तला दी गई. क्योंकि शव के पास में पुसैय्या के जूते मौजूद थे, इसलिए सभी को लगा कि ये लाश पुसैय्या की ही है. हालांकि बाद में पुसैय्या के अपने परिवार वालों को किए कॉल में असल वारदात का खुलासा हुआ… 

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