सत्यम कुमार/भागलपुर. बिहार कृषि विश्वविद्यालय किसानों के लिए हर दिन नए-नए प्रयोग कर नई-नई चीजें इजात कर रहा है. लगातार किसानों को बढ़ावा देने के लिए उन्नत किस्म की बीज नए-नए किस्म के फसल व नए-नए यंत्र ला रही है. किसान कैसे आगे बढ़े इसको लेकर प्रशिक्षण का कार्यक्रम भी चलाया जा रहा है. लेकिन अभी कृषि विश्वविद्यालय के वैज्ञानिक ने एक पाउडर इजात किया है. इसका नाम है सुपर ऑब्जरमेंट पॉलीमर. जिससे रवि फसल मात्र एक पटवन में तैयार हो जाएगा. किसानों के लिए काफी फायदेमंद होगा.
इसको तैयार करने वाले वैज्ञानिक निंटू मांडोल ने बताया कि किसानों को अब पटवन की चिंता नहीं करनी होगी. दरअसल रवि फसल में खासकर गेहूं, चना, मसूर, मटर को बोने के बाद पटवन किया जाता है. खास कर 21 दिनों के बाद गेंहू में पहला पानी दिया जाता है. उसके बाद कम से कम तीन बार और पानी देना पड़ता है. लेकिन अगर ‘सुपर ऑब्जरमेंट पॉलीमर’पदार्थ का प्रयोग करते हैं तो मात्र एक बार पटवन करना होगा और फसल तैयार हो जाएगी. एनसपी के अंदर नाइट्रोजन डाला हुआ है. इसको शॉर्ट में एनसपी कहते हैं. इसको पाउडर के फॉर्म में तैयार किया गया है. इसमें पानी को अपने अंदर स्टोर करके रखने की क्षमता काफी दिनों तक है.
मात्र एक ग्राम 300 ग्राम पानी को स्टोर करके रखता है
वैज्ञानिक ने बताया कि यह मात्र एक ग्राम 300 ग्राम पानी को स्टोर करके रखता है. निंटू मांडोल ने बताया कि अभी हमलोग देख रहे हैं की खेती करने में पानी की कमियां बहुत आ रही है. कई जगहों पर पानी की वजह से फसले अच्छी तरीके से नहीं हो पा रही है. जिससे किसानों को मुनाफा नहीं हो पाता है. वहीं उन्होंने बताया कि आने वाले दिनों में पानी की किल्लत की संभावना भी अधिक है. अभी ही कई जगहों पर बोरिंग फेल जैसी समस्या आने लगती है. जिससे खेतों में समय से पानी नहीं मिल पाता है. जिससे फसल का ग्रोथ रुकता है. इससे उत्पादन घट जाता है. किसानों को पटवन की आवश्यकता कम पड़े इसको लेकर हम लोग 2015 से ही काम कर रहे थे. इसके बाद अभी जाकर इसमें सफलता मिली है.
ऐसे करेगा काम, पौधे के अनुसार पानी करेगा रिलीज
वैज्ञानिक ने बताया कि हम लोगों ने जब काफी रिसर्च की तब खेतों में जाकर इसका ट्रायल किया. यह जानना जरूरी था कि इसका उपयोग हम लोग कैसे कर सकते हैं. तब हम लोगों ने यह देखा कि जिस समय खेतों में गेहूं की बुवाई करते हैं. उस समय पाउडर फॉर्म में इसको बीज में ही मिलाकर और इसकी बुवाई कर दी जाए. यह एक हेक्टेयर में 10 किलो डालेंगे. उन्होंने बताया कि उसके बाद जब 21 दिनों के बाद पटवन की जाएगी तो वह अपने अंदर पानी को स्टोर करके रख लेगा और जब-जब पौधों को पानी की आवश्यकता पड़ेगी. तब-तब उस पानी को वह रिलीज करेगा. इससे हमारे खेतों में नमी बनी रहेगी.
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FIRST PUBLISHED : September 22, 2023, 12:02 IST