कैलाश कुमार/बोकारो. अक्सर किसानों को कड़ी मेहनत और पैसे खर्च करने के बावजूद उत्पादन और गुणवत्तापूर्ण फल पौधे के लिए संघर्ष करना पड़ता है, क्योंकि वह बिना मिट्टी की जांच किए ही खेती करना शुरू कर देते हैं. इस कारण आवश्यकता अनुसार फसल को जरूरी पोषक तत्व मिट्टी से नहीं मिल पाता और उनका विकास नहीं हो पता है. ऐसे में बोकारो के किसान भाई चास ब्लॉक के एग्री क्लीनिक सेंटर में जाकर निशुल्क मिट्टी जांच करा सकते हैं.
चास एग्री क्लीनिक सेंटर कि ब्लॉक कोर्डिनेटर निधि ने बताया कि उनका उद्देश्य किसान भाइयों की मदद करना है, ताकि किसान मिट्टी के कमियों को पूरा कर योजनाबद्ध तरीके से खेती कर सके.ब
30 दिन के अंदर मिलेगी रिपोर्ट
निधि ने बताया कि मिट्टी जांच कराने से पहले किसानों को इन महत्वपूर्ण बातों का ध्यान रखना चाहिए. सबसे पहले खेत की मिट्टी की बनावट के अनुसार 8 से 10 स्थानों को चिन्हित कर बाट लें. फिर चुने गए स्थानों की ऊपरी सतह से कूड़ा और घास को हटाकर उसमें वी आकर में 9 इंच गड्ढा करें और खुरपी की मदद से 1 इंच मोटी मिट्टी की परत निकलें. उसे सुखे बोरे में रख दें और सभी जगह की मिट्टी को एक साथ मिलकर फैला दें और मिलाई हुई मिट्टी को अच्छे से मिलकर 500 ग्राम मिट्टी को पॉलिथीन में भरकर अच्छे से रख लें. मिट्टी को एग्री क्लीनिक सेंटर पर जांच के लिए दे. 30 दिनों के अंदर किसान को रिपोर्ट मिल जाएगी.
वहीं, मिट्टी जांच के फायदे को लेकर निधि ने बताया कि इस जांच के बाद किसान को खेती की भूमि में कौन-कौन से पोषणतत्व उपस्थित हैं और किसी कमी है. उसकी जानकारी मिलती है. साथ ही मिट्टी के पीएच लेवल की जानकारी दी जाती है, जिससे उन्हें सही फर्टिलाइजर के चयन में मदद मिलती है और इसके साथ ही किसान फसल का चुनाव कर जल संरक्षण योजना भी बना सकता है.
सुविधा पूरी तरह निशुल्क
यह सुविधा किसानों को पुरी तरह निशुल्क दी जाती है और किसान सुबह 9.30 बजे से शाम 5:30 बजे तक एग्री क्लीनिक सेंटर पहुंच कर जानकारी प्राप्त कर सकते हैं. इसके अलावा सेंटर पर किसान से संबंधित योजना की भी जानकारी दी जाती है. वहीं, इस वर्ष में अब तक 500 किसानों को मिट्टी जांच से जुड़ी जानकारी दी गई है. साथ ही मिट्टी के सैंपल की जांच की गई है.
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FIRST PUBLISHED : February 23, 2024, 14:09 IST