गुलशन कश्यप/जमुई: बिहार का जमुई जिला जल्द ही एक बड़ा औद्योगिक हब के रूप में लोगों के बीच जाना जाएगा. इस जिले में सरकार जल्द ही छह हजार करोड़ की राशि इनवेस्ट करेगी. खास बात ये है कि इस पूरी प्रक्रिया को मार्च महीने तक पूरा करने का निर्देश दिया गया है.
बता दें कि जमुई जिला के सिकंदरा प्रखंड क्षेत्र के मंजोस में लोहे का बड़ा भंडार मिला है. यहां करीब 4 करोड़ 84 लाख टन लौह अयस्क होने का अनुमान है. जिसका अनुमानित मूल्य करीब 6000 करोड़ के आस-पास बताया जा रहा है. खनन को लेकर सरकार द्वारा स्वीकृति भी मिल चुकी है और इसकी प्रक्रिया को और तेज कर दिया गया है.
मार्च महीने में पूरा कर लेना है टेंडर का काम
इस जगह पर टेंडर करने के लिए विभाग की ओर से प्रक्रिया शुरू कर दी गई है. खनन के लिए कंपनी के चयन का काम मार्च तक पूरा होगा. जिस कंपनी को ठेका दिया जाएगा और प्रक्रिया शुरू करने में लगभग 6 माह का समय लगने की संभावना है. टेंडर की प्रक्रिया को सही तरीके से संपन्न कराने और कंपनी को चयनित करने के लिए केंद्र सरकार की तरफ से नामित एसबीआई कैपिटल मार्केट लिमिटेड और मेटल स्क्रैप ट्रेड कॉरपोरेशन की मदद ली जा रही है. इसी साल के अंत तक सारी प्रक्रिया पूरी कर खनन की प्रक्रिया भी शुरू होनी है.
जीएसआई के सर्वे में मिला था लोह अयस्क का भंडार
गौरतलब है कि मंजोस गांव में लोहे का अपार भंडार मिला है. यहां साल 2016 से 18 के बीच जियोलॉजिकल सर्वे ऑफ इंडिया की टीम ने लगातार 2 साल तक सर्वे किया था. इस दौरान जीएसआई की टीम ने गांव के 11 स्थान पर खुदाई कर इसका जायजा लिया था. सर्वे के दौरान मिले सैंपल को लैब में जांच के लिए भेजा गया.
जमीन अधिग्रहण
लैब टेस्टिंग के बाद सैंपल में 50 से 60 फीसद तक के लौह अयस्क पाए जाने की पुष्टि हुई और इस मामले में कागजी कार्रवाई तेज कर दी गई. जमीन अधिग्रहण के लिए भी कार्रवाई की जा रही है और ऐसे में अगर सब कुछ ठीक रहा तो इस साल के अंत तक इस गांव में खनन की प्रक्रिया शुरू हो जाएगी.
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FIRST PUBLISHED : February 28, 2024, 11:03 IST