मोहन ढाकले/बुरहानपुर.बुरहानपुर जिला मुख्यालय से 4 किलोमीटर की दूरी पर एक ऐसा मंदिर है जहां पर दर्शन पूजन करने से खुजली से लोगों को मुक्ति मिलती है. इस मंदिर पर मध्य प्रदेश महाराष्ट्र गुजरात और आंध्र प्रदेश के लोग भी दर्शन करने के लिए पहुंचते हैं. यहां की मान्यता है कि जो भी भक्त माता रेणुका के दर्शन करता है उसके रोग और दोष दूर हो जाते हैं यह मंदिर करीब 500 साल पुराना है. माता स्वयंभू प्रकट हुई है.
शारदीय नवरात्र में इस प्राचीन रेणुका माता के मंदिर पर 10 दिवसीय मेले का आयोजन होता है. सुबह 4 बजे से भक्त मां रेणुका माता के दर्शन करने के लिए मंदिर पर पहुंचते हैं. पैदल चलते हुए जिले के आसपास के क्षेत्र से भी लोग यहां पर आते हैं तो वही मध्य प्रदेश महाराष्ट्र गुजरात के भक्त विशेष रूप से शारदीय नवरात्र में मां रेणुका के दर्शन करते हैं.
प्राचीन समय में माता गांव की करती थी रक्षा
मंदिर के पुजारी पंडित जयेश शुक्ला ने जानकारी देते हुए कहां की रेणुका माता पार्वती माता का स्वरूप है पार्वती माता को यलंबा भी कहा जाता है. यलंबा बोले तो गांव की रक्षा करने वाली देवी होती है. प्राचीन समय में रेणुका माता गांव की रक्षा करती थी यहां पर दर्शन पूजन करने से रोग और दोष दूर होते हैं. जिसमें विशेष रूप से खुजली यदि किसी भक्त को होती है तो दर्शन करने से खुजली से मुक्ति मिलती है पुजारी का परिवार पिछले 17 वर्षों से यहां पर सेव कर रहा है.
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FIRST PUBLISHED : October 14, 2023, 14:41 IST