लोकसभा चुनाव 2024 से पहले राहुल गांधी अपनी भारत जोड़ो न्याय यात्रा के आखिरी पड़ाव पर हैं। राहुल गांधी आज अमेठी में रहे और इस सीट से मौजूदा सांसद स्मृति ईरानी भी आज चार दिवसीय दौरे पर अपने संसदीय क्षेत्र पहुंची हैं। ईरानी ने 2019 के संसदीय चुनाव में गांधी को इस सीट से हराया था। जबकि राहुल गांधी अमेठी से हार गए, उन्होंने वायनाड सीट जीत ली और इस तरह उनकी लोकसभा सदस्यता बरकरार रही। अब, दोनों नेताओं के फिर से हॉट सीट पर दौरे के साथ थे, ऐसे में सवाल यह है कि क्या राहुल गांधी फिर से इस सीट से स्मृति ईरानी को चुनौती देंगे।
इन सब के बीच स्मृति ईरानी ने राहुल गांधी और कांग्रेस पर तगड़ा हमला बोला है। उन्होंने कहा कि इन्वेस्टर्स समिट में अमेठी को 6523 करोड़ रुपये का निवेश मिला है। अमेठी के लोगों का गांधी परिवार के खिलाफ गुस्सा साफ दिख रहा है। उन्होंने कहा कि आज जब वह (राहुल गांधी) पहुंचे तो खाली सड़कों ने उनका स्वागत किया। अमेठी में मैंने ऐसे उम्मीदवार के खिलाफ चुनाव लड़ा, जिसे कई लोगों का समर्थन प्राप्त था… खाली सड़कें बता रही थीं कि उनका गांधी परिवार से कोई लेना-देना नहीं है। उन्होंने कहा कि जो लोग अमेठी को सत्ता का केंद्र मानते थे जब वे गाजे-बाजे के साथ आए तो अमेठी के लोग उनके स्वागत के लिए नहीं पहुंचे और उन्हें प्रतापगढ़, सुल्तानपुर से लोग लाने पड़े।
केंद्रीय मंत्री ने कहा कि लोग यह नहीं भूले कि इसी व्यक्ति ने वायनाड में उत्तर भारत और विशेषकर अमेठी के बारे में कहा था कि यहां के लोगों की समझ ठीक नहीं है, तब से लेकर अब तक लोग आक्रोशित हैं… माहौल ऐसा है कि रायबरेली की सीट भी परिवार ने छोड़ दी। राहुल गांधी की भारत जोड़ो न्याय यात्रा के अमेठी के गांधी चौक पहुंचने पर भाजपा कार्यकर्ताओं ने विरोध प्रदर्शन किया एवं ‘राहुल वापस जाओ’ के नारे लगाए। भारतीय जनता युवा मोर्चा (भाजयुमो) के कार्यकर्ताओं ने ‘जय श्रीराम’ का झंडा लेकर पार्टी के जिलाध्यक्ष विष्णु मिश्रा के नेतृत्व में राहुल गांधी के खिलाफ नारेबाजी की और जय श्रीराम के नारे भी लगाये।
हालांकि, पुलिस भाजपा कार्यकर्ताओं को चौक से करीब 30 मीटर दूर रोकने में सफल रही। इस बीच, अमेठी के चार दिन के दौरे पर पहुंचीं केंद्रीय मंत्री और अमेठी से सांसद स्मृति ईरानी ने विकास खंड भादर के टीकरमाफी और भादर जन संवाद कार्यक्रम में हिस्सा लिया एवं एक ग्रामीण की शिकायत पर लेखपाल को धरने पर बैठने की धमकी दी। राहुल गांधी को हराकर 2019 के लोकसभा चुनाव में अमेठी सीट गांधी नेहरू परिवार से छीनने वाली स्मृति ईरानी जन संवाद कार्यक्रम के माध्यम से गांवों में चौपाल लगाकर जन समस्याएं सुनने और उनका समाधान कराने में लगी हैं।