नई दिल्ली:
कनाडा पुलिस ने खालिस्तानी आतंकी हरदीप निज्जर की हत्या का सीसीटीवी फुटेज जारी किया है. कनाडा पुलिस ने ये फुटेज शनिवार को जारी किया है. इस फुटेज में दिख रहा है कि किस तरह से आतंकी निज्जर की हत्या करने से पहले हमलावरों ने उसकी कार का पहले पीछा किया था और बाद में उसकी गाड़ी को ओवर टेक कर रोका था. इसके बाद ही हमलवारों ने आतंकी निज्जर पर ताबड़तोड़ गोलियां बरसाई थीं.
यह भी पढ़ें
बता दें कि आतंकी हरदीप निज्जर की हत्या पिछले साल 18 जून को की गई थी. कनाडा पुलिस के अनुसार आतंकी निज्जर की हत्या में कुल छह हमलावर शामिल थे. निज्जर पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी ISI के इशारे पर भारत में आतंकवाद फैलाता था. ISI निज्जर को फंडिंग करती थी, निज्जर पाकिस्तान में ट्रेनिंग भी ले चुका था.
खालिस्तानी आतंकी हरदीप निज्जर की हत्या का कनाडा पुलिस ने जारी किया CCTV फुटेज#HardeepNijjarpic.twitter.com/k34nAQisOC
— NDTV India (@ndtvindia) March 9, 2024
गौरतलब है कि कनाडा की सरकार ने निज्जर की हत्या के पीछे भारतीय खुफिया एजेंसियों को जिम्मेदार बताया था. कनाडा की सरकार के इस आरोप पर भारत सरकार ने अपनी कड़ी प्रतिक्रिया दी थी. साथ भी विदेश मंत्रालय ने कहा था कि हमारा इस तरह की किसी भी घटना से प्रत्यक्ष या परोक्ष रूप से कोई लेना-देना नहीं है. इस हत्या के नौ महीने बीतने के बाद भी कनाडा पुलिस ने आज तक इस हत्या से जुड़े किसी भी संदिग्ध का फोटो तक जारी नहीं किया है. हालांकि, बीच में ऐसी जानकारी आई कि 2 शूटरों की पहचान हुई है और उन्हें जल्दी गिरफ्तार किए जायेगा.
कुछ दिन पहले खबर आ रही थी कि खालिस्तानी आतंकवादी हरदीप सिंह निज्जर (Hardeep Nijjar) की हत्या के मामले में कनाडाई पुलिस (India Canada Relations) दो आरोपियों को कभी भी गिरफ्तार करने के बेहद करीब है. द ग्लोब एंड मेल अखबार के अनुसार, दोनों संदिग्ध पुलिस की नजर में हैं और उम्मीद है कि कुछ ही हफ्तों में दोनों को पकड़ लिया जाए. अज्ञात सूत्रों के मुताबिक- निज्जर की हत्या के बाद भी दोनों संदिग्ध हत्यारों ने अभी तक कनाडा नहीं छोड़ा और पुलिस की उन पर नजर है.
भारत और कनाडा के संबंधों में उस समय तल्खी आ गई थी, जब कनाडाई प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो ने 18 जून को सरे शहर में एक गुरुद्वारे के बाहर हुई खालिस्तानी आतंकी निज्जर की हत्या में भारतीय एजेंटों की संभावित संलिप्तता के बारे में बयान दिया था. भारत ने 2020 में निज्जर को आतंकवादी घोषित किया था. भारत ने ट्रूडो के आरोपों को “बेतुका” और “प्रेरित” बताकर खारिज कर दिया था. इस रिपोर्ट में कहा गया था कि औपचारिक रूप से आरोप दायर होने के बाद पुलिस हत्यारों की कथित संलिप्तता और भारत सरकार से उनके संबंधों के बारे में विवरण का खुलासा करेगी.