खाने से आ रही थी मिट्टी तेल की गंध, रसोइये ने किया मना, 125 बच्चे बाल-बाल बचे

आशीष कुमार/पश्चिम चम्पारण. बिहार के पश्चिम चम्पारण जिले में एक बार फिर बच्चों पर मिड डे मील का कहर टूटा है. दरअसल, मध्याह्न भोजन करते ही स्कूली बच्चों की स्थिति बिगड़ने लगी. किसी को उल्टी, तो किसी को पेट दर्द होने लगा. इतना ही नहीं, कुछ बच्चों की स्थिति इतनी बिगड़ गई कि उनके मुंह से झाग तक आने लगा. मामले को बिगड़ता देख प्रशासन की मदद से बच्चों को तुरंत अनुमंडलीय अस्पताल में भर्ती किया गया. घटना के बाद शिक्षा विभाग के अधिकारी हरकत में आए और मौके पर पहुंचे. मामला बगहा-1 प्रखंड के बांसगांव परसौनी स्थित मध्य विद्यालय का है.

125 बच्चों पर टूटा मिड डे मील का कहर
बता दें कि बगहा में मिड डे मील खाने से 125 बच्चों की तबीयत बिगड़ गई. घटना के बाद स्कूल में अफरा-तफरी का माहौल पैदा हो गया. स्थानीय लोगों की मदद से कुछ बच्चों को इलाज के लिए अनुमंडल अस्पताल पहुंचाया गया, तो कुछ बच्चों को शहर के अलग-अलग अस्पतालों में भर्ती कराया गया. इसमें 5 बच्चों की स्थिति गंभीर बनी हुई थी, जिसे अनुमंडल अस्पताल से रेफर कर बेतिया GMCH भेजा गया था. मिली जानकारी के अनुसार, स्कूल में कुल 443 बच्चे पढ़ते हैं.

खाना स्कूल में ही बना था, जिसे एक क्लास के छात्रों को छोड़कर सभी बच्चों ने खाया. विद्यालय के कक्षा आठवीं के छात्र उत्तम कुमार ने बताया कि सब्जी से मिट्टी तेल की गंध आ रही थी. खाना अच्छा नहीं लग रहा था. BEO धीरेंद्र शर्मा ने बताया कि रसोईया ने भोजन को टेस्ट किया तथा बताया कि सब्जी का टेस्ट खराब लग रहा था. हालांकि इसके बावजूद भी बच्चों को खाना खिला दिया गया था. बताया जाता है कि बच्चों को हेडमास्टर की ओर से विषाक्त भोजन कराया गया.

5 बच्चों की स्थिति हुई गंभीर
अभी तक दोनों अस्पतालों में तकरीबन 125 बच्चों को भर्ती कराया गया है. अनुमंडल अस्पताल में 80 और रामनगर उप स्वास्थ्य केंद्र में 45 बच्चे भर्ती थे, जिन्हें फूड पॉइजनिंग की शिकायत थी. फिलहाल सभी खतरे से बाहर हैं. इधर, बच्चों के पेरेंट्स और स्थानीय लोग गंभीर रूप से परेशान हो गए. सिस्टम के प्रति आक्रोशित अभिभावकों ने बताया कि आए दिन एनजीओ की ओर से खाना बनाने में लापरवाही बरती जा रही है.

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अभी एक महीने पहले ही ठीक ऐसा ही एक मामला सामने आया था, जिसमें करीब 51 बच्चे मध्याह्न भोजन खाने से बीमार पड़े थे. ये एक बेहद गंभीर मामला है, जिसमें स्कूल प्रशासन से लेकर शिक्षा विभाग के बड़े अधिकारी भी लापरवाही बरत रहे हैं. आठवीं के छात्र उत्तम कुमार के पिता नन्हे शाह ने बताया कि फिलहाल गंभीर हालत वाले पांचों बच्चों की स्थिति सामान्य है. पांचों को बेतिया GMCH में भर्ती कराया गया था.

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