मोहन ढाकले/बुरहानपुर. जिले के ग्राम भावसा डैम में फंसे बंदरों को बचाने के लिए ग्रामीण अपनी जान जोखिम में डालकर डैम में तैरते हुए खाना पहुंचा रहे थे. इस खबर को लोकल 18 ने प्रमुखता से दिखाया था, जिसका बड़ा असर हुआ है. वन विभाग का अमला रेस्क्यू कर बंदरों को सुरक्षित बाहर निकलने में जुट गया है.
वन विभाग के 15 अफसर मौके पर पहुंचे और उन्होंने टायर ट्यूब के माध्यम से साफे तैयार कर अब पेड़ के आसपास छोड़ दिए हैं. इस पर फल फ्रूट और भोजन सामग्री भी रखी हुई है. जैसे ही बंदर नीचे उतरते हैं तो उन्हें इन साफो के माध्यम से तैराते हुए सुरक्षित स्थान पर छोड़ा जाएगा.
वन विभाग ने नाव की तरह लकड़ी के सोफे बनाए
वन विभाग के एसडीओ अजय सागर ने बताया कि बंदरों के डैम में एक पेड़ पर फंसे होने की सूचना मिली थी, जिसको लेकर रेस्क्यू किया जा रहा है. मौके पर 15 अफसर लगे हुए हैं, जिनके द्वारा ट्यूब पर लकड़ी के माध्यम से साफे तैयार किए गए हैं. पेड़ के आसपास इन सोफों को छोड़ दिया गया है. इस पर भोजन सामग्री रखी है. जैसे ही बंदर भोजन सामग्री के लिए नीचे उतरते हैं. उनको तैराते हुए सुरक्षित स्थान पर छोड़ा जाएगा.
भावासा डैम में अचानक पानी भरने से फंसे थे बंदर
ग्रामीण राहुल का कहना है कि जंगल में पेड़ों पर बंदर रात में आराम करते हैं. ऐसे में अचानक ही 4 महीने पहले डैम में पानी भर गया था. बंदर झाड़ पर फंस गए थे. चारों ओर पानी ही पानी था. ऐसे में बंदरों ने झाड़ के सारे पत्ते खा लिए, जिसके बाद 4 माह में करीब 45 बंदरों की मौत हो गई. अभी फिलहाल में 5 बंदर झाड़ पर हैं. अब उनको बचाने के लिए ग्रामीणों के साथ वन विभाग अमला भी लगा हुआ है.
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FIRST PUBLISHED : November 22, 2023, 23:35 IST