विशाल भटनागर/मेरठ: छोटे-छोटे बच्चे कार्टून के काफी शौकीन होते हैं. टॉम एंड जेरी, मोटू-पतलू जैसे कार्टून टीवी पर बच्चे देखते हैं. कई बार उसकी नकल करने की भी कोशिश करते हैं. लेकिन मेरठ की रहने वाली ईहा दीक्षित ने इन्हीं कार्टून के माध्यम से खास प्रेरणा ली. जिसकी बदौलत वह छोटी सी उम्र में ही खुद एक बड़ी पहचान बना चुकी है.
दरअसल, मेरठ की रहने वाली ईहा दीक्षित दीक्षित जब 4 साल की थी तब उन्होंने चैनल पर कार्टून को पौधारोपण करते हुए देखा था. इसके बाद उन्होंने भी पौधा लगाने की जिद की, तो पहली बार उनके पिता ने घर के पास एक पार्क में नींबू का पौधा लगवाया. उसके बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी देशवासियों से जब पौधा रोपण करने का आवाहन मन की बात कार्यक्रम से किया. तो इस बेटी ने इस अभियान को आगे बढ़ाने की जिद की. उसके बाद से हर जन्मदिन पर पौधारोपण करने का संकल्प लिया.
अब तक लगा चुकी है 20 हजार से अधिक पौधे
ईहा दीक्षित बताती हैं कि उन्होंने अब तक 20000 से अधिक पौधे लगाए हैं. जिसके लिए उन्हें 150 से अधिक राष्ट्रीय- अंतरराष्ट्रीय स्तर पर पुरस्कारों से सम्मानित किया जा चुका है. वह कहती हैं कि वह सिर्फ पौधारोपण में पौधे लगाने तक पर फोकस नहीं करती. बल्कि उनकी सिंचाई सहित अन्य प्रकार के देखभाल भी करती है. ईहा को जब पुरस्कार मिला. तो उससे अन्य युवाओं में भी प्रेरणा जागी. उनके साथ अब छोटे-छोटे बच्चे भी हर सप्ताह पौधों रोपण करते हैं. जिसके लिए उन्होंने क्लब भी बनाया है.
सीबीएसई में पढ़ाया जाता है दीक्षित का पाठ
मेरठ की इस बेटी की खासियत का अंदाजा आप इसी से लगा सकते हैं. अभी वह खुद कक्षा छठी में पढ़ रही है. लेकिन कक्षा 7 की अंग्रेजी की किताबों में मेरठ की इस बेटी के बारे में पढ़ाया जाता है. आखिर ईहा दीक्षित कौन है. जिन्हें सबसे कम उम्र में राष्ट्रीय बाल पुरस्कार जैसे सम्मान से सम्मानित किया गया.
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FIRST PUBLISHED : December 19, 2023, 09:45 IST