क्यों होता है कान का दर्द, जानिये कारण

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Why does ear pain occur, know the reason - Health Tips in Hindi




कई बार कान के
भीतर गंदगी जम जाने से
या फिर किसी तरह
के संक्रमण की वजह से
कान दर्द की शिकायत
हो जाती है। इसके साथ
ही सामान्य सर्दी, कान में खोंट
या फिर किसी दूसरी
वजह से जब कान
बंद हो जाता है
तो दर्द होने लगता है। कान दर्द की शिकायत किसी वर्ग विशेष की नहीं है, ये छोटे से
लेकर बड़ी उम्र तक
किसी को भी हो
सकता है।

कानों में दर्द की
स्थिति काफी असुविधाजनक और
कष्टकारक हो सकती है।
इस प्रकार के दर्द के
कारण रोजाना का कामकाज भी
प्रभावित हो सकता है।
कानों में दर्द, संक्रमण,
गले-दांत में दर्द,
ईयरवैक्स जमने या फिर
कुछ अन्य अंतर्निहित स्थितियों
के कारण हो सकता
है। आमतौर कुछ दर्द निवारक
दवाओं के माध्यम से
इस समस्या को ठीक किया
जा सकता है, हालांकि
यदि आपको लगातार दर्द
का अनुभव होता रहता है,
तो इस बारे में
किसी डॉक्टर से सलाह लेना
आवश्यक हो जाता है।




कान दर्द के कारण




कान में दर्द सिर्फ एक
वजह से नहीं होता
है। इसके होने के
पीछे बहुत सारे कारण
होते हैं-

—बच्चों
के कान में दर्द
का सबसे आम कारण
इंफेक्शन या कोल्ड है
या फिर किसी तेज
चीज से कान को
साफ करने से दर्द
हो जाता है।



—कई बार नहाते समय साबुन या
शैम्पू के कान रह
जाने से भी कान
में दर्द होता है।



—इयर बैरोट्राँमा
ज्यादातर स्काइडाइविंग, स्कूवा डाइविंग या हवाई जहाज
की उड़ानों के दौरान अनुभव
होता है, जैसे जब
विमान लैंडिंग के लिए उतरता
है तब वायुमंडलीय दबाव
और कान दबाव में
अंतर मध्य कान में
वैक्यूम पैदा कर कान
के पर्दे पर दबाव डालता
है जिसके कारण कान का
दर्द (kaan ka dard) होता है। बैरोट्रॉमा
का मुख्य कारण कान के
दबाव में अचानक परिवर्तन
होना है तथा इसके
अन्य कारणों में गले में
सूजन, एलर्जी से नाक का
बंद होना, श्वसन संक्रमण है। बैरोट्रॉमा की
स्थिति में कान में
दर्द तथा कान भरा
हुआ महसूस होता है।



—कान के पर्दे का फटना भी
कान दर्द का एक
मुख्य कारण है। किसी
भी वजह से इस
संवेदनशील जगह पर क्षति
पहुँचने से कान में
दर्द होने लगता है।
कान का पर्दा कान
में पेन, सेफ्टीपिन या
कोई अन्य नुकीली वस्तु
के डालने से, सिर पर
गंभीर चोट, बहुत तेज
ध्वनि सुनना, इसके कारण है।



—किसी बारीक चीज से कान
में खुजलाने से कान का
दर्द होता है।



—साइनस के संक्रमण के कारण भी
कान दर्द की समस्या
हो जाती है। साइनस
हमारे माथे, नाक की हड्डियों,
गाल और आँखों के
पीछे खोपड़ी में पाया जाने
वाला हवा भरा रिक्त
स्थान है। स्वस्थ साइनस
से प्रवाह कर सकती है
परंतु साइनस के म्यूकस से
अवरुद्ध होने से वहाँ
पर संक्रमण हो जाता है
तथा साइनस में सूजन आ
जाती है। इस कारण
से कान का दर्द
होने लगता है।

—सर्दी और जुकाम यदि ज्यादा दिनों
तक बना रहे तो
कान का दर्द हो
सकता है।



—कान के पर्दे के फटने या
कान के पर्दे में
छेद होने पर कान
में दर्द हो सकता
है इसके कई कारण
हो सकते हैं जैसे,
कान में कोई वस्तु
डालना, सिर पर गंभीर
चोट, बहुत तेज आवाज,
मध्य कान में संक्रमण
होना।



—ओटाइटिस मीडिया
बच्चों के कान में
दर्द का एक आम
कारण है। यह मध्य
कान में होने वाला
एक संक्रमण है। इसमें कान
में बहुत तेज दर्द
होता है। इसके अन्य
लक्षणों में तेज बुखार,
लगातार कान में दर्द,
सुनने में कठिनाई होती
है।



—कान में पानी जाने की
वजह से या वैक्स
जमा होने की वजह
से भी कान का
दर्द रहता है।



—दाँत में बैक्टिरीयल इंफेक्शन
होने की वजह से
भी कान में दर्द
होने लगता है। दाँत
में कैविटी या संक्रमण होने
से, कई बार यह
संक्रमण दाँतों का समर्थन करने
वाली हड्डियों तक फैलकर गंभीर
दर्द का कारण बनता
है।



—जबड़े में सूजन होने से
कान में दर्द होने
लगता है।



—कान में फुंसी होने पर कान
का दर्द होता है।



—कान में किसी बाहरी वस्तु
या कीड़े के घुसने से
भी कान में दर्द
होता है।



आलेख
में दी गई जानकारियों को लेकर हम यह दावा नहीं करते कि यह पूर्णतया सत्य एवं सटीक हैं। इन्हें अपनाने से पहले संबंधित क्षेत्र के विशेषज्ञ की सलाह जरूर लें।

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