क्यों जलाते हैं दीपावली की रात घी और तेल का दीपक? अयोध्या के ज्योतिषी से जानें सब

सर्वेश श्रीवास्तव/अयोध्या : सनातन धर्म में दीपावली का पर्व बहुत महत्वपूर्ण माना जाता है. सनातन धर्म को मानने वाले लोग दीपावली के पर्व का इंतजार बेसब्री से करते हैं. हिंदू पंचांग के अनुसार कार्तिक माह की अमावस्या तिथि के दिन दीपावली का पर्व मनाया जाता है. इस त्योहार को मनाने के लिए लोग पहले से ही तैयारी शुरू कर देते हैं. जिसमें नए दीपक खरीदना घर की साफ-सफाई करना, घर में रंगोली बनाना तरह-तरह के पकवान आदि बनाए जाते हैं.

धार्मिक मान्यता है कि इसी दिन प्रभु राम लंका पर विजय प्राप्त कर अयोध्या लौटे थे तो अयोध्या वासियों ने दीप माला चलकर प्रभु राम का स्वागत किया था. दीपावली के दिन दीपक जलाना बेहद शुभ माना जाता है. इस दिन घर में मां लक्ष्मी का आगमन होता है. मां लक्ष्मी के स्वागत के लिए लोग दीपावली के दिन घर पर दीपक जलाते हैं. अमावस्या तिथि के दिन दीपावली का पर्व मनाया जाता है. इस वजह से दीपक जलाकर अंधेरी रात को दूर किया जाता है. अमावस्या तिथि के दिन एक घी का दीपक तो बाकि तेल का दीपक जलाने की परंपरा भी है.

तेल के दीपक जलाने के फायदे
अयोध्या की ज्योतिष पंडित कल्कि राम बताते हैं कि घर में मिट्टी के दीपक में सरसों का तेल डालकर दीपक जलाने से शनि और मंगल ग्रह मजबूत होते हैं. इसके साथ ही इन ग्रहों द्वारा आ रही समस्याओं से भी मुक्ति मिलती है. घर में सुख शांति बनी रहती है. इसके साथ ही माता लक्ष्मी भी प्रसन्न होती हैं और सुख समृद्धि का वास होता है.

घी के दीपक जलाने का लाभ
दूसरी तरफ दीपावली के दिन घी का दीपक जलाना भी बेहद शुभ माना जाता है. इस दिन गाय के घी का दीपक जलाने से माता लक्ष्मी जल्द प्रसन्न होती हैं और व्यक्ति पर प्रसन्न होती है. इस दिन घी का दीपक जलाने से व्यक्ति के घर की तरक्की होती है. घर में धन-धान्य की कमी नहीं रहती. यही वजह है कि दीपावली के दिन पूजा के दौरान सबसे पहले माता लक्ष्मी को घी का दीपक जलाना चाहिए.

(नोट: यहां दी गई जानकारी ज्योतिष के मुताबिक है न्यूज़ 18 इसकी पुष्टि नहीं करता है)

Tags: Ayodhya News, Dharma Aastha, Diwali Rule, Local18, Uttar Pradesh News Hindi

Source link

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *