क्या दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल जेल जाने वाले हैं? क्या पूर्व उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया और राज्यसभा सांसद संजय सिंह की तरह अरविंद केजरीवाल भी जल्द हो सकते हैं जेल की सलाखों के पीछे? यह सब सवाल इसलिए उठे हैं क्योंकि दिल्ली में सत्तारुढ़ आम आदमी पार्टी ने तय किया है कि वह दिल्लीवासियों के बीच एक हस्ताक्षर अभियान चला कर इस बारे में उनकी प्रतिक्रिया लेगी कि यदि केजरीवाल जेल जाते हैं तो उन्हें अपने पद से इस्तीफा देना चाहिए या जेल से ही सरकार चलानी चाहिए? हम आपको बता दें कि आम आदमी पार्टी कोई भी बड़ा फैसला करने से पहले इस तरह जनता की प्रतिक्रिया लेती है। यही नहीं राज्यों में मुख्यमंत्री पद का उम्मीदवार तय करने से पहले भी ऑनलाइन पोलिंग के माध्यम से जनता की प्रतिक्रिया ली जाती है।
इसलिए जब आज दिल्ली सरकार के मंत्री गोपाल राय ने कहा कि केजरीवाल जेल से सरकार चलाएं या जेल जाने पर इस्तीफा दें, इसके बारे में आम आदमी पार्टी एक से 20 दिसंबर के बीच हस्ताक्षर अभियान चलाएगी तो यह सवाल उठा कि क्या केजरीवाल के जेल जाने का समय आ चुका है? हम आपको बता दें कि आम आदमी पार्टी ने कहा है कि वह हस्ताक्षर अभियान के दौरान लोगों की प्रतिक्रिया लेगी कि “भाजपा की साजिश” के तहत गिरफ्तार किए जाने की स्थिति में क्या अरविंद केजरीवाल को दिल्ली के मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा दे देना चाहिए। गोपाल राय ने आरोप लगाया कि भाजपा ने आप को खत्म करने की उम्मीद से केजरीवाल को “फर्जी” शराब घोटाला मामले में गिरफ्तार करने का षड्यंत्र रचा है।
राय पार्टी सांसद राघव चड्ढा के साथ एक संवाददाता सम्मेलन को संबोधित कर रहे थे। राय ने कहा कि शुक्रवार से ‘‘मैं भी केजरीवाल’’ अभियान के तहत, पार्टी के स्वयंसेवक दिल्ली के सभी 2,600 मतदान केंद्रों पर जाएंगे और लोगों के हस्ताक्षर लेते हुए उनकी राय पूछी जाएगी कि अगर केजरीवाल को गिरफ्तार कर लिया गया तो क्या उन्हें मुख्यमंत्री का पद छोड़ देना चाहिए। उन्होंने कहा कि केजरीवाल ने पार्टी विधायकों और पार्षदों से मुलाकात कर इस मुद्दे पर उनकी राय मांगी थी और इस बात पर सर्वसम्मति थी कि उन्हें इस्तीफा नहीं देना चाहिए और जेल से ही सरकार चलानी चाहिए। राय ने कहा कि पार्टी 21 दिसंबर से 24 दिसंबर के बीच शहर के हर वार्ड में जनसंवाद आयोजित करेगी, जिसमें लोगों से कथित शराब घोटाले के साथ-साथ केजरीवाल को गिरफ्तार कराने की भाजपा की साजिश पर चर्चा की जाएगी। उन्होंने कहा कि लोगों की राय भी ली जाएगी कि अगर केजरीवाल को गिरफ्तार किया गया तो क्या उन्हें मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा देना चाहिए।
हम आपको याद दिला दें कि प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने इस महीने की शुरुआत में केजरीवाल को कथित आबकारी नीति घोटाले से जुड़े धनशोधन मामले में पूछताछ के लिए बुलाया था। केजरीवाल जांच एजेंसी के समक्ष पेश नहीं हुए थे और मांग की थी कि उसे अपना नोटिस वापस लेना चाहिए। उन्होंने दावा किया था कि यह “अवैध और राजनीति से प्रेरित” कदम है।