क्‍या मालदीव से वाकई लौटेंगे भारतीय सैनिक? वहां के राष्‍ट्रपति की इच्‍छा के बावजूद फंसा पेंच

India-Maldives Relations: मालदीव में भारत के सैनिकों की मौजूदगी को बनाए रखने के लिए दोनों देशों के बीच बातचीत जारी है. पीटीआई-भाषा के मुताबिक दोनों पक्षों ने जिस कोर समूह के गठन पर सहमति जताई है वह इससे संबंधित विवरण पर गौर करेगा. आधिकारिक सूत्रों ने रविवार को यह जानकारी दी.

इससे पहले दिन में, मालदीव के राष्ट्रपति मोहम्मद मुइज्जु ने मीडिया से कथित रूप से कहा था कि भारत, मालदीव से अपने सैनिकों को वापस बुलाने पर सहमत हो गया है.

मोदी-मुइज्जू मुलाकात
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और मुइज्जू ने शुक्रवार को दुबई में सीओपी28 शिखर सम्मेलन से इतर बातचीत की थी और ऐसा माना जा रहा है कि दोनों नेताओं के बीच हुई मुलाकात में यह मुद्दा उठा था.

एक सूत्र ने कहा, ‘दुबई में इस मुद्दे पर संक्षिप्त चर्चा हुई.’ मोदी और मुइज्जू के बीच बैठक के बाद विदेश मंत्रालय ने कहा कि दोनों नेताओं ने द्विपक्षीय साझेदारी को और मजबूत करने के तरीकों पर भी चर्चा की. मंत्रालय ने कहा, ‘इस संबंध में दोनों देश एक कोर समूह गठित करने पर सहमत हुए.’

मालदीव ने स्वीकार की यह बात
पीटीआई-भाषा के मुताबिक सूत्रों ने कहा कि मालदीव ने भारतीय सैनिकों की मौजूदगी से मिलने वाले लाभ को स्वीकार किया है. सूत्र ने कहा, ‘इसमें कोई दो राय नहीं कि यह हमारी द्विपक्षीय विकास साझेदारी का एक महत्वपूर्ण खंड है, जिसपर दोनों पक्षों ने सहमति जताई है.’

सूत्र ने कहा, ‘सैन्य कर्मियों को वहां कैसे रखा जाए, इस पर चर्चा की जा रही है. जिस कोर समूह को गठित करने पर दोनों पक्ष सहमत हुए हैं, वह इसपर भी विचार करेगा कि इस विषय पर आगे किस तरह से बढ़ा जाए.’

चीन समर्थक माने जाते हैं मुइज्जू
मालदीव हिंद महासागर क्षेत्र में भारत के प्रमुख समुद्री पड़ोसियों में से एक है. मुइज्जू को व्यापक रूप से चीन समर्थक नेता के रूप में देखा जाता है. उन्होंने 17 नवंबर को मालदीव के नए राष्ट्रपति के रूप में शपथ ली. शीर्ष कार्यालय का कार्यभार संभालने के एक दिन बाद, उन्होंने मालदीव से भारतीय सैन्य कर्मियों की वापसी का आह्वान किया.

बीबीसी के मुताबिक भारत ने मालदीव को दो हेलिकॉप्टर और एक छोटा विमान तोहफ़े में दिया था. भारत के मुताबिक राहत और बचाव कार्यों और मेडिकल इमर्जेंसी के लिए इन्हें दिया गया. साल 2021 में मालदीव के सुरक्षा बलों ने बताया कि इन हेलिकॉप्टरों और विमान के संचालन के लिए क़रीब 75 भारतीय सैनिक मालदीव में मौजूद हैं. भारत ने 2010 और 2013 में दो हेलिकॉप्टर और साल 2020 में छोटा विमान मालदीव को दिया था. 

 

(इनपुट – एजेंसी)

(फोटो साभार: @PMOIndia)

 

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