रूपांशु चौधरी/हजारीबाग. बालों का टूटना या झडना और बेहद आम समस्या हो गया है. पूर्व के समय में एक उम्र के बाद ही बाल झडा करते थे. लेकिन अब युवाओं के बीच में ये समस्या बेहद आम हो गई है. हमारे आयुर्वेद चिकित्सा में कई ऐसे पदार्थो का वर्णन किया गया है. जिसके माध्यम से हम बालों के झड़ने से रोक सकते है.
इस संबंध में हजारीबाग जिला आयुष पदाधिकारी देव नंदन तिवारी ने कहा कि बाल का झड़ना अब बेहद आम है. इसके पीछे कई कारण हो सकता है. सबसे पहले अगर बाल का झड़ना वंशानुगत नही है. इसके आयुर्वेद के मदद से हम बालों के झड़ने से रोक सकते है. अभी के समय बालों के झड़ने के पीछे सबसे मुख्य कारण प्रदूषण और उदर रोग है. प्रदूषण के बाद गलत खान के कारण हमारे सबसे अधिक बाल झडा करते है.
आंवला का करें सेवन
उन्होंने आगे बताया कि आयुर्वेद में आंवला सेहत का खजाना माना जाता है. सर्दियों में इसे खाने से कई बीमारियां दूर रहती हैं. इसमें एंटीऑक्सीडेंट्स की मात्रा अधिक होती है. यह विटामिन-सी का समृद्ध स्रोत है. इसके सेवन से पेट के उदर रोग ठीक होता है. जिससे बालों के झड़ने और गिरने की समस्या से आराम मिलता है.
केमिकल का कम से कम करें इस्तेमाल
उन्होंने आगे बताया कि बालों में कम से कम केमिकल का इस्तेमाल करें. संपू के जगह सूखे हुए शिकाकाई, रीठा, आवंला को रात भर भींगा कर, उस पानी से सुबह बालो को धोए इससे बालों में चमक भी बरकरार रहेगी और बालों के जड़ भी मजबूत होंगे. इसके साथ ही सप्ताह में दो दिन सरसो के तेल से बालों की मालिश अवश्य करें.
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FIRST PUBLISHED : January 19, 2024, 18:19 IST