कौशांबी38 मिनट पहले
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कौशांबी में लेखपालों ने एसडीएम के खिलाफ खोला मोर्चा।
सिराथू तहसील के लेखपाल शिव शंकर पाल को एसडीएम ने निलंबित कर दिया है। निलंबन कार्रवाई की जानकारी होते ही तहसील के लेखपालों ने आकस्मिक बैठक कर एसडीएम व उनके स्टेनो के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है। लेखपाल संगठन ने प्रदर्शन कर एसडीएम सिराथू एवं स्टेनो पर अवैध वसूली का गंभीर आरोप लगाया। एसडीएम सिराथू के मुताबिक, निलंबित लेखपाल पर गंभीर आरोप लगे थे। जो जांच में सही पाये गए। जिसके चलते तहसीलदार की रिपोर्ट पर कार्रवाई की गई है।
सिराथू तहसील के सैनी गाव के लेखपाल शिवशंकर पाल तैनात है। पिछले दिनो लेखपाल पर शिवनेत्र मणि, दिनेश मणि, पर्वतेश मणि, राजेंद्र मणि पुत्रगण सूर्य मणि निवासी शाहपुर मंझनपुर के मामले मे गलत रिपोर्ट लगाने, मकान की फोटो गलत प्रमाणित करने, सहित ग्राम सभा सैनी मे स्वजातीय लोगों के नाम जोड़ने एवं दलितों के नाम काटने की शिकायत तहसीलदार की रिपोर्ट मे सही पाई गई। जिस पर एसडीएम सौम्य मिश्रा ने कार्रवाई करते हुए आरोपी लेखपाल को निलंबित कर उन्हें कानूनगो दफ्तर सिराथू से संबद्ध कर दिया।
कार्रवाई से लेखपाल आक्रोशित
कार्रवाई की जानकारी होते ही मंगलवार को सिराथू तहसील संघ के लेखपालों ने आकस्मिक बैठक कर एसडीएम सिराथू को प्रत्यावेदन देने की कोशिश की। आरोप है कि एसडीएम सिराथू ने लेखपाल प्रतिनिधि मंडल से मिलने से मना कर दिया। इस बात से नाराज़ लेखपाल आक्रोशित हो गए। संगठन के साथ लेखपालों ने तहसील सहित सभागार मे एसडीएम चोर एसटी बाबू मुर्दाबाद जैसी तख्त्तिया रख कर नारेबाजी की।
लेखपाल संघ अध्यक्ष प्रदीप सिंह ने बताया, वह एसडीएम सिराथू से मिलकर अपनी बात रखना चाहते थे। लेकिन उनकी बात नहीं सुनी गई। तहसील सिराथू मे एसडीएम व उनके स्टेनो मिलकर मामले में कार्रवाई से बचाने के लिए पीड़ित लेखपाल से सुविधा शुल्क की मांग कर रहे थे। नहीं मिलने पर कार्यवाही की गई है।
तहसीलदार की रिपोर्ट पर हुई कार्रवाई
एसडीएम सौम्य मिश्रा के मुताबिक, जिस लेखपाल पर निलंबन की कार्रवाई हुई है। उसकी जांच रिपोर्ट तहसीलदार सिराथू ने दी है। जांच रिपोर्ट के आधार पर कार्रवाई की गई है। अन्य लगाए जा रहे आरोप दबाव बनाने की नीयत से लगाए जा रहे हैं।