कौन हैं जनरल दोंग जून जो बने चीन के नए रक्षा मंत्री? सही उम्र तक का पता नहीं

बीजिंग: चीन ने बिना किसी स्पष्टीकरण के जनरल ली शांगफू को बर्खास्त करने के दो महीने बाद शुक्रवार को नौसेना कमांडर जनरल दोंग जून को अपना नया रक्षा मंत्री बनाये जाने की घोषणा की. चीन की शीर्ष विधायिका नेशनल पीपुल्स कांग्रेस (एनपीसी) ने अक्टूबर में ली के निष्कासन की पुष्टि की थी. यहां आधिकारिक मीडिया ने बताया कि पीपुल्स लिबरेशन आर्मी नेवी (पीएलएएन) के कमांडर दोंग को एनपीसी की स्थायी समिति ने रक्षा मंत्री नियुक्त किया है.

मीडिया के मुताबिक, दोंग ने पीएलएएन के सभी प्रमुख नौसैनिक प्रभागों में काम किया है. हालांकि, उनकी उम्र की जानकारी नहीं दी गई है. हांगकांग से प्रकाशित ‘साउथ चाइना मॉर्निंग पोस्ट’ की खबर के मुताबिक, 2021 में नौसेना के शीर्ष कमांडर बनने से पहले दोंग ने उत्तरी समुद्री बेड़े में अपनी सेवा दी जो रूसी नौसेना के साथ नियमित युद्धाभ्यास करती है.

दोंगे ने पूर्वी समुद्री बेड़े में भी काम किया है जो जापान के साथ संभावित संघर्षों पर ध्यान केंद्रित करता है. दोंग ने दक्षिणी कमान थिएटर में भी अपनी सेवाएं दी है जिसके जिम्मे दक्षिण चीन सागर की सुरक्षा है. शीर्ष रक्षा पदों के लिए नियुक्तियों को चीनी राष्ट्रपति शी चिनफिंग द्वारा मंजूरी दी जाती है, जो सत्तारूढ़ चीन की कम्युनिस्ट पार्टी (सीपीसी) के महासचिव होने के अलावा केंद्रीय सैन्य आयोग (सीएमसी) के प्रमुख भी हैं.

ली से पहले विदेश मंत्री छिन कांग को भी बिना कारण बताए उनके पद से हटा दिया गया था. कांग के स्थान पर वांग यी को विदेश मंत्री नियुक्त किया गया था. इस साल के शुरुआत में वांग ने छिन का स्थान लिया था. ली और छिन के भविष्य के बारे में कोई जानकारी नहीं है.

ली और छिन, दोनों का पता नहीं है. ली अगस्त के अंत से सार्वजनिक रूप से नजर नहीं आए हैं और उन्हें हटाने का कोई कारण नहीं बताया गया था. देश के मिसाइल बल का नेतृत्व करने वाले ली पहले चीनी रक्षा मंत्री थे जिन्हें रूस से हथियार खरीदने के कारण अमेरिकी प्रतिबंध सूची में रखा गया था और वह चीन के दूसरे मंत्री थे जिन्हें इस साल अचानक उनके पद से हटा दिया गया था.

कौन हैं जनरल दोंग जून जो बने चीन के नए रक्षा मंत्री? सही उम्र तक का पता नहीं

नए रक्षा मंत्री डोंग की नियुक्ति हाल ही में चिनफिंग और अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन के बीच शिखर सम्मेलन के बाद शीर्ष रक्षा अधिकारियों के बीच रुके हुए संपर्कों को बहाल करने को लेकर दोनों देशों के बीच हुए समझौते की पृष्ठभूमि में हुई है. चीन ने पिछले साल अगस्त में अमेरिकी कांग्रेस के निचले सदन प्रतिनिधि सभा की तत्कालीन अध्यक्ष नैन्सी पेलोसी की ताइवान यात्रा के विरोध में सैन्य संपर्क बंद कर दिया था.

चीन और अमेरिका की सेनाओं ने 21 दिसंबर को चीन के केंद्रीय सैन्य आयोग के ज्वाइंट स्टाफ डिपार्टमेंट के प्रमुख जनरल लियू जेनली और अमेरिका के ज्वाइंट चीफ ऑफ स्टाफ के अध्यक्ष जनरल चार्ल्स ब्राउन के बीच एक वीडियो कॉल के साथ बातचीत बहाल की गई.

चीन के रक्षा प्रवक्ता वरिष्ठ कर्नल वू कियान ने बृहस्पतिवार को यहां मीडिया को बताया, ‘‘वीडियो कॉल के सकारात्मक और रचनात्मक परिणाम निकले.’ चिनफिंग के नेतृत्व में चीनी नौसेना की भूमिका बढ़ रही है क्योंकि उसने अपने युद्धपोतों, परमाणु और पारंपरिक पनडुब्बियों के बेड़े में बड़े पैमाने पर विस्तार किया है और सेना (थलसेना) को पीछे छोड़ दिया है. गौरतलब है कि ली और डोंग दोनों ही थलसेना से नहीं थे.

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