Indian Coast Guard SSC Vs PC: इंडियन कोस्ट गार्ड (Indian Coast Guard) में महिला अधिकारियों को परमानेंट कमीशन देने के मुद्दे पर सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई चल रही है. इस पर सुप्रीम कोर्ट ने केंद्र को अल्टीमेटम देते हुए कहा कि “महिलाओं को छोड़ा नहीं जा सकता” और “यदि आप ऐसा नहीं करते हैं, तो हम ऐसा करेंगे.” भारत के मुख्य न्यायाधीश डीवाई चंद्रचूड़ ने केंद्र के वकील से कहा, “ये सभी कार्यक्षमता आदि तर्क 2024 में मायने नहीं रखते, तो महिलाओं को छोड़ा नहीं जा सकता. यदि आप ऐसा नहीं करते हैं, तो हम ऐसा करेंगे. इसलिए उस पर एक नजर डालें.” इसको लेकर अब सुनवाई 1 मार्च होगी. लेकिन क्या आप जानते हैं कि शॉर्ट सर्विस कमीशन और परमानेंट कमीशन होता क्या है और इसमें क्या-क्या बेनिफिट है. आइए इसके बारे में विस्तार से जानते हैं.
परमानेंट कमीशन (PC)
परमानेंट कमीशन (PC) के जरिए एक स्थाई कमीशन के तौर पर सेवानिवृत्ति की आयु तक इंडियन कोस्ट गार्ड में लंबे समय तक कैरियर प्रदान करता है. जो उम्मीदवार पीसी यानी परमानेंट कमीशन का विकल्प चुनते हैं, उन्हें इंडियन कोस्ट गार्ड में अधिकारी के रूप में नियुक्त किया जाता है और वे अपनी फिजिकल और मानसिक फिटनेस के अधीन 60 वर्ष की आयु तक सेवा कर सकते हैं. स्थाई कमीशन के अधिकारियों को रैंकों में ऊपर उठने और पदानुक्रम में उच्च पदों पर प्रमोशन मिलता है.
परमानेंट कमीशन के बेनिफिट
परमानेंट कमीशन के अधिकारियों को सेवानिवृत्ति की आयु तक पहुंचने तक इंडियन कोस्ट गार्ड में सेवा करने का विशेषाधिकार प्राप्त है, जो स्थिरता और नौकरी की सुरक्षा प्रदान करता है.
पेंशन लाभ: परमानेंट कमीशन के अधिकारी सेवानिवृत्ति के बाद पेंशन लाभ के हकदार हैं, जिससे उनके सैन्य जीवन के बाद वित्तीय सुरक्षा सुनिश्चित होती है.
नेतृत्व भूमिकाएं: पीसी अधिकारियों में उच्च रैंक तक पहुंचने और सेना के भीतर नेतृत्व पदों पर रहने की क्षमता होती है, जिससे वे संगठन में महत्वपूर्ण योगदान देने में सक्षम होते हैं.
शॉर्ट सर्विस कमीशन (SSC)
शॉर्ट सर्विस कमीशन (SSC) इंडियन कोस्ट गार्ड में छोटा कार्यकाल प्रदान करता है. एसएससी अधिकारियों को उनकी प्रवेश योजना के आधार पर 10 साल की अवधि के लिए नियुक्त किया जाता है, और उनके पास अपनी सेवा को अधिकतम 14 साल तक बढ़ाने का विकल्प होता है. अपने कार्यकाल के पूरा होने के बाद एसएससी अधिकारियों के पास या तो स्थाई कमीशन का विकल्प चुनने या सिविलियन लाइफ जीने का विकल्प होता है.
शॉर्ट सर्विस कमीशन के लाभ: एसएससी अधिकारियों के पास इंडियन कोस्ट गार्ड के भीतर और बाहर विभिन्न कैरियर पथ तलाशने की सुविधा है. वे उच्च अध्ययन का विकल्प चुन सकते हैं, सिविल सेवाएं प्राप्त कर सकते हैं, या अन्य व्यावसायिक क्षेत्रों में जा सकते हैं.
व्यक्तिगत जीवन में संतुलन: एसएससी का छोटा कार्यकाल अधिकारियों को अपने सैन्य करियर और व्यक्तिगत जीवन के बीच संतुलन बनाए रखने में मदद मिलती है. उनके पास अपेक्षाकृत कम उम्र में इंडियन कोस्ट गार्ड के बाहर बसने और अन्य हितों को आगे बढ़ाने का अवसर मिलता है..
स्किल डेवलपमेंट: एसएससी की सीमित अवधि अधिकारियों को शीघ्रता से स्किल और नॉलेज प्राप्त करने के लिए प्रोत्साहित करती है, जिससे वे अपने कार्यकाल के दौरान महत्वपूर्ण प्रभाव डालने में सक्षम होते हैं.
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FIRST PUBLISHED : February 27, 2024, 11:39 IST