कैंसर से भी बचाता है विटामिन डी, पर सर्दी में 3 तरह के लोगों में कमी का खतरा, कहीं आप तो नहीं जद में

Vitamin D Deficiency in Winter: विटामिन डी शरीर के लिए सबसे महत्वपूर्ण विटामिन में से एक है. यह सिर्फ विटामिन भर नहीं है बल्कि यह हार्मोन का भी का करता है. विटामिन डी पानी नहीं बल्कि वसा में घुलनशील विटामिन है जिसके कई जरूरी काम है. इसके बिना जीवन खतरे में पड़ जाता है. विटामिन डी अगर शरीर में पर्याप्त मात्रा में होगी, तभी कैल्शियम और फॉस्फोरिस शरीर में एब्जॉर्ब हो सकेगा. अगर विटामिन डी की कमी हुई तो शरीर में कैल्शियम का अवशोषण नहीं होगा जिसके कारण हड्डियां कमजोर होने लगेगी. विटामिन डी शरीर में कई तरह के इंफेक्शन को होने से बचाता है. विटामिन डी शरीर में इंफ्लामेशन को नहीं होने देता जिसके कारण क्रोनिक बीमारियों का खतरा कम हो जाता है. हार्वर्ड मेडिकल के मुताबिक नई रिसर्च में पाया गया है कि विटामिन डी कैंसर सेल्स के ग्रोथ को भी रोकने में सक्षम है. इन सारी बातों के मद्देनजर शरीर में विटामिन डी की पर्याप्त मात्रा होनी जरूरी है. लेकिन कुछ लोगों में विटामिन डी की कमी सर्दियों में ज्यादा हो जाती है.

सर्दी में किन लोगों को विटामिन डी की कमी का खतरा

1. डार्क स्किन- अमेरिकी नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ हेल्थ की रिपोर्ट के मुताबिक जिन लोगों की स्किन डार्क होती है यानी ज्यादा गहरा होती है, उन्हें सर्दियों में विटामिन डी की कमी का खतरा ज्यादा रहता है. दरअसल, सर्दियों में इनकी स्किन में मेलेनिन पिंगमेंट कम हो जाता है जिसके कारण सूर्य की रोशनी से स्किन विटामिन डी को सिंथेसिस करने में कमजोर होने लगती है. वहीं दूसरी ओर सर्दियों में बुजुर्गों की स्किन भी डार्क होने लगती है. इसलिए इन्हें भी सर्दियों में विटामिन डी की कमी होने लगती है.

2. इंडोर में रहने वाले-जो लोग अक्सर घरों के अंदर रहना ज्यादा पसंद करते हैं, उनमें विटामिन डी की कमी की आशंका हमेशा बनी रहती है. सर्दियों में खासकर इन लोगों को विटामिन डी की कमी ज्यादा होती है. हालांकि सर्दियों में जब कोहरा ज्यादा रहता है तब बाहर निकलना नहीं चाहिए लेकिन जब धूप निकलती है तब बाहर जरूर निकलना चाहिए. वरना विटामिन डी की गंभीर कमी हो सकती है.

3. ज्यादा वजन वाले-जिन लोगों का वजन ज्यादा रहता है उन्हें सर्दियों में विटामिन डी का खतरा ज्यादा रहता है. क्योंकि जब शरीर में फैट की मात्रा ज्यादा हो जाती है तो यह अतिरिक्त फैट सूरज की रोशनी से विटामिन डी ग्रहण करने की क्षमता को कम कर देता है. इस कारण ज्यादा वजन वाले लोगों को विटामिन डी की भरपूर खुराक लेनी चाहिए.

कैसे मिलेगा विटामिन डी

एक वयस्क इंसान में प्रति मिलीलीटर ब्लड में 20 नैनोग्राम से 50 नैनोग्राम के बीच विटामिन डी होना चाहिए. विटामिन डी को सबसे अधिक सूरज की रोशनी से प्राप्त किया जा सकता है. इसके अलावा कुछ फूड में भी विटामिन डी पाया जाता है. जो मछलियां ज्यादा ऑयली होती है जैसे कि टूना, सेलमन, मर्केल आदि में विटामिन डी ज्यादा होता है. वहीं अंडा और एनिमल लिवर में भी विटामिन डी पाया जाता है. इसके अलावा बेजिटेरियन लोगों को मशरूम, बादाम, ओट्स, सोया आदि का सेवन करना चाहिए.

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