के कविता की गिरफ्तारी के समय ED अधिकारियों के साथ KTR की हुई बहस, वीडियो बनाकर उठाए सवाल

हैदराबाद:

दिल्ली शराब नीति मामले में भारत राष्ट्र समिति (BRS) की नेता के कविता की शुक्रवार शाम गिरफ्तारी के समय उनके भाई केटी रामा राव (KTR) और प्रवर्तन निदेशालय (ED) के अधिकारियों की टीम के बीच खूब बहस हुई. दोनों पक्ष एक-दूसरे का वीडियो बनाते रहे और सवाल-जवाब करते रहे. के कविता के हैदराबाद स्थित घर के अंदर के एक वीडियो में केटीआर को ईडी अधिकारियों के साथ तीखी बहस करते हुए दिखाया गया है.

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ट्रांजिट वारंट को लेकर हुआ विवाद

वीडियो में, उन्होंने दावा किया कि एजेंसी के अधिकारियों के पास पूर्व मुख्यमंत्री के.चंद्रशेखर राव की बेटी कविता को दिल्ली ले जाने के लिए आवश्यक ट्रांजिट वारंट नहीं है. केटीआर ने ईडी अधिकारियों से पूछा, “मैडम भानु प्रिया मीना कहती हैं कि तलाशी पूरी हो गई है और गिरफ्तारी वारंट जारी हो गया है, लेकिन उनके पास ट्रांजिट वारंट नहीं है. अब वह कहती हैं कि परिवार अंदर नहीं आ सकता?”

यह होता है ट्रांजिट वारंट

ट्रांजिट वारंट या ट्रांजिट रिमांड आदेश एक न्यायिक मजिस्ट्रेट का निर्देश है जो गिरफ्तार किए गए व्यक्ति को कानूनी तौर पर राज्य की सीमाओं के पार ले जाने से पहले पुलिस हिरासत में सौंपता है. सूत्रों ने एनडीटीवी को बताया है कि के कविता को अब आगे की पूछताछ के लिए दिल्ली ले जाया जाएगा.

अन्य लोग बहस करते रहे

के कविता के घर के 43-सेकंड के वीडियो में केटीआर और उनके सहयोगी जांच एजेंसी टीम को आमने-सामने होते हुए दिखाया गया है, जिसमें प्रत्येक पक्ष गतिरोध का वीडियो बना रहा है और दूसरे को नीचा दिखाने की कोशिश कर रहा है. वीडियो में एक जगह मीना (पीली शर्ट वाली महिला) टकराव का फिल्मांकन कर रहे एक व्यक्ति को निर्देश देते हुए कहती हैं, “आप अंदर कैसे आए? वे अंदर कैसे आए? उनसे यह सवाल पूछें…” इस पर केटीआर का एक सहयोगी जवाब देता है, “मैडम, दरवाज़ा खुला था…” केटीआर और ईडी अधिकारियों के बीच विवाद में सुप्रीम कोर्ट के आदेशों का उल्लंघन करने की चेतावनी भी शामिल है. तेलंगाना के पूर्व मंत्री ने घोषणा की, “आप गंभीर संकट में हैं (शीर्ष अदालत में एक अंडरटेकिंग की शर्तों का उल्लंघन करने के लिए)”, जिस पर एजेंसी के अधिकारी जवाब देते हैं, “आपके पास इसके लिए कानूनी रास्ते हैं.”

यह है पूरा मामला

ईडी ने दावा किया है कि के कविता उस ‘साउथ ग्रुप’ का हिस्सा हैं, जिसने अब खत्म हो चुकी शराब उत्पाद शुल्क नीति के तहत शराब लाइसेंस के लिए दिल्ली की सत्तारूढ़ आम आदमी पार्टी को रिश्वत दी थी. ‘साउथ ग्रुप’ पर 100 करोड़ रुपये की रिश्वत देने का आरोप है. ईडी का दावा है कि इस पैसे का इस्तेमाल AAP ने चुनाव अभियानों के लिए किया था. इस मामले में कविता से पहले भी दो बार 2022 और 2023 में पूछताछ की जा चुकी है, लेकिन तब से वह ईडी और केंद्रीय जांच ब्यूरो के कई समन के बाद भी जांच में शामिल नहीं हुईं. उन्होंने यह दावा करते हुए सुप्रीम कोर्ट का रुख किया कि केंद्रीय एजेंसियां ​​महिला आरोपियों को अपने कार्यालयों में पेश होने के लिए नहीं बुला सकतीं. कविता ने पहले अपने खिलाफ लगे सभी आरोपों से इन्कार किया है, और भाजपा पर राजनीतिक लाभ के लिए ईडी के माध्यम से उन्हें निशाना बनाने का आरोप लगाया है. आज शाम उनकी गिरफ्तारी तब हुई जब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 2024 के लोकसभा चुनाव से पहले एक मेगा आउटरीच के लिए तेलंगाना में हैं. 



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