केके पाठक के स्वेच्छा से पद छोड़ क्या संदेश देना चाहते हैं? इनसाइड स्टोरी

पटना. वरिष्ठ आईएएस केके पाठक ने बिहार शिक्षा विभाग के अपर मुख्य सचिव पद स्वेच्छा से पद छोड़ दिया है. केके पाठक 16 जनवरी तक छुट्टी हैं. नीतीश सरकार ने अभी तक उनकी अर्जी को स्वीकार नहीं किया है. पिछले गुरुवार को उनकी चिट्ठी वायरल हुई जिसके बाद पद छोड़ने की खबरें आने लगी थीं. केके पाठक की गिनती बिहार के कड़क और काबिल अफसरों में होती है. लगातार एक्शन लेने की वजह से चर्चा में बने हुए थे.

कुलमिलाकर केके पाठक का मन एसीएस पद से भर गया है. अब वह इस पर पद पर नहीं रहना चाहते. सरकार चाहे तो उनकी अर्जी को स्वीकार सकती है. गेंद पूरी तरह से सरकार के पाले में है.
बताया जाता है कि केके पाठक पिछले 5 दिनों से नाराज चल रहे थे.

पाठक ने शिक्षकों की उपस्थिति को लेकर सख्त आदेश दिए थे. बिहार के स्कूलों की टाइमिंग को लेकर राज्य के कई विधायक और मंत्री भी उनसे नाराज चल रहे थे. मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से भी शिकायत की गई थी. हालांकि सार्वजनिक तौर पर उन्होंने कुछ नहीं कहा. शिक्षा मंत्री और शिक्षक संघ भी लगातार पाठक की कार्यशैली से नाराज थे.

केके पाठक ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को इशारों-इशारों में संदेश दे दिया है कि उन्होंने बिहार सरकार के स्पेशल प्रोजेक्ट ‘शिक्षा सुधार अभियान’ को सफलतापूर्वक पूरा कर दिखाया है. अब सरकार को तय करना है उन्हें पाठक को नई जिम्मेदारी देनी है या फिर एसीएस पद पर ही बरकारर रखना है.

Tags: Bihar News, PATNA NEWS

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