कुलाधिपति की सलाह…जो काम 16 करोड़ लेकर समय पर नहीं करती आउटसोर्सिंग कंपनी…

ऋतु राज/मुजफ्फरपुर. बाबा साहेब भीमराव अंबेडकर बिहार विश्वविद्यालय में सीनेट की बैठक को संबोधित करते हुए राज्यपाल सह कुलधिपति राजेंद्र विश्वनाथ आर्लेकर नेकहा कि बिहार के विश्वविद्यालयों में नामांकन, परीक्षा, परिणाम और सत्र की देरी की जड़ में यूएमआइएस (यूनिवर्सिटी मैनेजमेंट एंड इंफार्मेशन-सिस्टम) है. वे समय पर मूल्यांकन के अंक उपलब्ध नहीं कराती है. सर्टिफिकेट समय पर छापकर नहीं दिया जाता है. उन्होंने कहा कि दो-चार विश्वविद्यालयों की समस्याओं का अध्ययन करने के बाद यह बात सामने आई है. ऐसे में हर विश्वविद्यालय को अपना एक स्वतंत्र सिस्टम विकसित करना चाहिए.

यूएमआइएस पर हर वर्ष 16 करोड़ खर्च करने से बेहतर है कि विश्वविद्यालय एक करोड़ खर्च करके नामांकन, परीक्षा और रिजल्ट के लिए अपना सॉफ्टवेयर विकसित करे. इससे छात्र-छात्राओं का पूरा डाटा विश्वविद्यालय के पास रहेगा न कि आउटसोर्सिंग एजेंसी के पास.

114.89 करोड़ कम का पास हुआ बजट
विश्वविद्यालय में सीनेट की बैठक आयोजित की गई. इस बैठक में अगले वित्तीय वर्ष 2024-25 के लिए 937.21 करोड़ रुपए के बजट का प्रस्ताव पास किया गया. इससे पूर्व बैठक की अध्यक्षता राज्यपाल सह कुलधिपति राजेंद्र विश्वनाथ आर्लेकर ने की. इस दौरान कुलाधिपति ने विश्वविद्यालय में नवनिर्मित अतिथिशाला का उद्घटान भी किया गया. हालांकि, सीनेट की बैठक में कई विधायकों ने कुछआपत्ति भी दर्ज कराया. बावजूद सर्वसम्मति से937.21 करोड़ का वार्षिक बजट पास किया गया. मालूम हो कि वित्तीय वर्ष 2023-24 में 1052.10 करोड़ का बजट था.

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नए कोर्स शुरू करने पर भी हुई चर्चा
बिहार यूनिवर्सिटी में स्टार्टअप के प्रति छात्रों को प्रोत्साहित करने के लिए इंक्यूबेशन सेंटर खोला जाएगा. हिन्दी विभाग के साथ भाषा विज्ञान को जोड़ा जाएगा. सीनेट की बैठक में कुलपति प्रो. दिनेश चंद्र राय ने यह घोषणा की. इस पर अबतक 10 हजार शोध पेपर डाले जा चुके हैं. बैठक में कई प्रोफेशनल कोर्स शुरू करने का भी प्रस्ताव लाया गया, लेकिन कुलपति ने कहा कि इसे एआईसीटीई की मान्यता के बाद ही शुरू किया जाएगा. इसके लिए बैठक में प्रस्ताव पास किया गया. बैठक में शामिल विधान परिषद के सभापति देवेश चंद्र ठाकुर ने कहा कि सभी गर्ल्स कॉलेजों में पीजी की पढ़ाई हो, ताकि छात्राएं भी पीजी कर सकें. एमएलसी प्रो. संजय कुमार सिंह ने कहा कि प्रमोशन में हुई गड़बड़ी को दूर करें.

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